इफको प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय शंकर अवस्थीशरद सक्सेना, आँवला। इफको प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय शंकर अवस्थी इन दिनों पाल पोथन नगर इफको आंवला आये हुए हैं। वह तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इफको में उनकी सेवाओं के 25 वर्ष पूर्ण होने पर एक समारोह आयोजित कर गुरुवार को दिव्यांगों को कृत्रिम अंगों का वितरण किया गया। कई योजनाओं का शुभारम्भ हुआ और इफको ने विलुप्त होती प्रजातियों के पौधों के संरक्षण का संकल्प लिया। आयोजन इफको सभागार में किया गया था।

कार्यक्रम अध्यक्ष मण्डलायुक्त डा. पीवी जगनमोहन का साल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। इफको ऑफिसर्स ऐशोसिएशन द्वारा डा0 अवस्थी के स्वागत की तैयारियां की गई। यहां वक्ताओं ने कहा कि डा. अवस्थी के कुशल निर्देशन में इफको ने निरन्तर नित नए कीर्तिमान बनाए हैं। मण्डलायुक्त डा. पीवी जगमोहन ने डा0 अवस्थी के कार्यकाल की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की। उनके हिन्दी प्रेम को सराहा।

इफको प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय शंकर अवस्थीकिसानों से अपील की कि वह फसल के बाद बचे अवशेषों को जलाया न करें इससे धरती की उर्वरक क्षमता घट जाती है तथा वातावरण को भी नुकसान पहुंचता है। कमिश्नर ने विकलांगो की सेवा सभी प्रकार की पूजा-अर्चना से बढ़कर बताई। आश्वासन दिया कि डा0 अवस्थी जी को पदमश्री, पदम विभूषण जैसे एवार्ड देने के लिए वह अपने स्तर से संस्तुति कर सरकार को भेजेंगे। साथ ही कहा कि वह अब तक 6 कमिश्नरी मे सेवाएं दे चुके है। बरेली मण्डल में उनका कार्यकाल स्वर्णिम कार्यकाल कहलाएगा।

डा0 अवस्थी ने कहा कि दिव्यागों व असहाय लोगों की सेवा करना हमारी परम्परा व संस्कृति है। ईश्वर ने प्रत्येक व्यक्ति को कुछ न कुछ कार्य करने के लिए ही धरती पर भेजा है। बताया कि हमने सौर ऊर्जा का 1.2 मेगावाट सोलर प्लांट लगाया है, जो प्रतिवर्ष लाखों रूपए की विद्युत ऊर्जा की बचत करेगी।

इफको प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय शंकर अवस्थी

लगा रहे हैं सिंदूर, चिंरौजी, परिजात जैसे लुप्तप्राय प्रजाति के पौधे

श्री अवस्थी ने कहा कि परम्परागत, औषधि गुणों से विलुप्त होते जा रहे पौधों का संरक्षण करने के लिए इफको ने परम्परागत स्वर्ण जयंती उद्यान के तहत कार्यक्रम के तहत 50 एकड़ मेंं ऐसे पौधे लगाने का कार्य प्रारम्भ किया है तो लुप्तप्राय होने की कगार पर हैं। हम किसानों को इस खेती को अपनाकर आर्थिक दृष्टि से मजबूत करने की ओर प्रोत्साहन करने का प्रयास कर रहें है। उन्हांने कहा कि हम प्रतिवर्ष 50 लाख नीम के पौधे लगाने का कार्य कर रहे है जिसमें उ0प्र में सर्वाधित पौधे लगाए गए हैं। हम सिंदूर, चिंरौजी, परिजात जैसे विभिन्न लुप्तप्राय प्रजाति के पौधे लगा रहे हैं। उन्होंने कहा नीम लेपित यूरिया बनाने का कार्य सबसे पहले इफको ने ही किया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी ममता मालवीय, रेखा अवस्थी, योगेन्द्र, जितेन्द्र तिवारी, हरीश रावत, आई झा, विजय प्रताप, विनीत शुक्ला आदि मौजूद रहे।

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