बरेली। शहर में थैलासीमिया का एक और मरीज मिला है। इस मामले ने डॉक्टर्स के चेहरे पर शिकन की लकीरें खींच दी हैं। आईएमए (IMA) और थैलासीमिया सोसाइटी ने मिलकर इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने का संकल्प लिया है। इस बारे में आईएमए अध्यक्ष डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, सचिव डॉ. विमल भारद्वाज और थैलेसीमिया सोसाइटी की सचिव डॉ. जे. सरदाना ने आइएमए भवन में शुक्रवार को विस्तार से बात की। इन्होंने जागरूकता अभियान पर विस्तार से चर्चा की।
बता दें कि अनुवांशिक रोग थैलेसीमिया ग्रसित एक और बच्चा मिला है। बरेली थैलेसीमिक सोसायटी के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में थैलेसीमिया बीमारी से ग्रसित करीब दो सौ लोग पंजीकृत हैं। हाल ही में एक सात माह के बच्चे में थैलेसीमिया की पुष्टि होने के बाद डॉक्टर्स हैरत में हैं। शहर में रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का सात माह का बेटा थैलेसीमिया मेजर पाया गया है। खुद सॉफ्टवेयर इंजीनियर व उनकी पत्नी भी थैलेसीमिक कैरियर निकले हैं।
13 मई को लगेगा थैलेसीमिया की जांच को शिविर
आइएमए अध्यक्ष डा. प्रमेंद्र माहेश्वरी ने शुक्रवार शाम आइएमए भवन में बैठक कर थैलेसीमिया के प्रति लोगों को जागरूक करने की तैयारी की। उन्होंने बीमारी की गंभीरता को बताया। उन्होंने बताया कि आठ मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस पर आइएमए से जनजागरूकता रैली का आयोजन किया जाएगा। फिर 13 मई को जांच शिविर लगाएंगे, जिसमें मात्र दो सौ रुपये में थैलेसीमिया की जांच होगी।