आँवला-बरेली। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश सक्सेना ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर सभासदों द्वारा लगाये गये आरोपों के जवाब दिये। ऐलान किया कि अपने कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों की किसी भी निष्पक्ष जांच के लिए वह तैयार हैं। दावा किया कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार है।
उन्होंने कहा कि 15 लोगों के खिलाफ पालिका की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का वाद कोर्ट में चल रहा है। इसमें पालिका सभासद ललिता देवी के पति अरविन्द पेंटर के खिलाफ किसी ने शिकायत की थी, कि उन्होंने नगर पालिका की जगह पर अवैध कब्जा करके मोबाइल टॉवर व गैराज बना रखा है उनका मुकदमा भी न्यायालय में लम्बित है।
सभासद बना रहे हैं मुकदमा वापस लिए जाने को दबाब : EO
मुकदमा वापस लिए जाने को लेकर सभासद पति 18 सभासदों सहित हम पर दबाब बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ओबीसी सफाई कर्मियों के पदोन्नति के विषय में उनसे जानकारी मांगी थी। सभी की पदोन्नति शासन के नियमानुसार की गई है, उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार है।
ईओ द्वारा बैठक से उठकर जाना अपमान : सभासद
वहीं संजय अग्रवाल बॉबी, वीरेन्द्र सिंह वीरू, मोहम्मद समर, सहित सभी 18 सभासदों ने भी बताया कि गुरूवार को हुई बोर्ड की आपातकालीन बैठक में उनके द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर ईओ से विकास कार्यों से सम्बन्धित पत्रावलियां की मांग की थी। ईओ द्वारा उनको संतुष्ट न कर बोर्ड की बैठक में से चेयरमैन के साथ बीच में से उठकर चला जाना बोर्ड के सभासदों का अपमान है।
हमारे द्वारा ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर चेयरमैन संजीव सक्सेना को सौंपा गया है, हम सभी सभासद शीघ्र ही मण्डलायुक्त से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराएगें। सभासद ललिता देवी के पति के विवाद से हमारा कुछ लेना देना नहीं है क्योंकि यह वाद को कोर्ट में लम्बित है।