दिल्ली। स्वतंत्र रचनाकार, अनुवादक और युवा पत्रकार नाज खान को वर्ष 2018 का विष्णु प्रभाकर पत्रकारिता सम्मान दिया गया। साहित्य के लिए साहित्य अकादमी के कुमार अनुपम, कला के लिए दिल्ली की प्रतिभा सिंह, शिक्षा के लिए चंपारण कस्तूरबा बालिका विद्यालय के प्राचार्य दीपेंद्र वाजपेयी और समाजसेवा के लिए केरल के अनीस कुमार को विष्णु प्रभाकर सम्मानप्रदान किया गया।। वरिष्ठ समाजसेवी अजय सहाय को विष्णु प्रभाकर विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया।
गजल-संग्रह ‘चाँद तन्हा है’
सभी विभूतियों को ये सम्मान 23 जून को गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा के सभागार में होने वाले समारोह में प्रदान किये गये। समारोह का आयोजन गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा और विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान द्वारा संचालित सन्निधि संगोष्ठी की ओर से किया गया।
उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में जन्मीं नाज खान अपने लेखन के जरिये सामाजिक समस्याओं के साथ राजनीतिक मुद्दों को उठाती रही हैं। देश की लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में साहित्य, खासकर उर्दू साहित्य, कला-संस्कृति और फिल्म पर भी उन्होंने धारदार लेखन किया है। बरेली के एक लोकल न्यूज चैनल से पत्रकारिता में कदम रखने वाली नाज उत्तराखंड में कई पत्रिकाओं की राज्य ब्यूरो प्रमुख रहीं और वर्तमान में दिल्ली में आउटलुक से जुड़ी हैं। महज 22 साल की उम्र में उनका पहला गजल-संग्रह ‘चाँद तन्हा है’ आ चुका है।