IFFCO, इफकोआँवला। दशकों पूर्व किसानों की जमीन पर इफको फैक्ट्री की स्थापना हुई। 29 परिवार तभी से अपनी जमीन के अधिग्रहण के बदले काम की मांग करते आ रहे हैं। इन्होंने 25 जून से इफको पर बेमियादी धरने का ऐलान किया था। इससे पूर्व ही आज उपजिलाधिकारी विशु राजा, इफको प्रबंधन व भाकियू नेताओं के बीच चली लम्बी वर्ता के बाद धरना फिलहाल टल गया है।

बता दें कि किसान यूनियन की शिकायत है, कि इफको के निर्माण के समय जिन किसानों की जमीनें अधिग्रहीत की गई थीं। ऐसे आंशिक भूमिधारक किसानों को रोजगार मुहैया कराने का वायदा इफको ने किया था। ऐसे 109 किसान थे, जिसमें से 78 को इफको द्वारा महीने में 15-20 दिन का काम दे दिया गया।

31 किसानों को अपात्र बताकर इफको ने किया इनकार

शेष 31 किसानों को अपात्र मानकर इफको इनको काम देने से मना कर रही हैं, यूनियन की मांग है कि शेष 31 किसानों को भी इफको रोजगार उपलब्ध कराए। अपनी मांगो को लेकर किसान यूनियन 25 जून से इफको गेट के बाहर धरना करने की घोषणा कर चुकी थी। परन्तु इफको प्रतिनिधि मंडल के सदस्य एके सोलंकी, संजीव सक्सेना, एएस चौधरी, भाकियू के शिशुपाल सिंह, प्रभारी विजेन्द्र सिंह के मध्य उपजिलाधिकारी विशु राजा ने वार्ता कर समस्याओं के निस्तारण का शीघ्र आश्वासन दिया गया। इस आश्वासन के बाद प्रस्तावित धरना आगामी 20 दिनों के लिए टाल दिया गया।

यूनियन के मंडल अध्यक्ष नवल वर्मा का कहना है कि यदि आगामी 20 दिनों में इफको द्वारा उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया तो वह इफको गेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देने को मजबूर होंगे।

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