आंवला नगर पालिकाआंवला (बरेली)। आंवला नगर पालिका में इन दिनों भारी गोलमाल चल रहा है। मैं चाहे ये करुं, मैं चाहे वो करुं… मेरी मर्जी जैसे हालात हैं। बिना काम लिये करोड़ों का भुगतान किया जा रहा है। साथ ही बिना टेण्डर निकाले ही बड़े-बड़े काम ‘अपनों’ को दिये जा रहे हैं। इतना ही नहीं नौ का काम सौ में कराया जा रहा है। यह सारा मामला शनिवार को टीएसी की जांच में सामने आया है।

शनिवार को आंवला नगर पालिका में मण्डलायुक्त द्वारा गठित जांच कमेटी टी0ए0सी0 पहुंची। इस टीम ने पालिका मेंं घंटो सरकारी रिकार्ड की गहनता से जॉच की। मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण भी किया।

टी0ए0सी0 में शामिल ग्राम्य विकास विभाग के प्राविधिक परीक्षक अजय कौशिक ने पालिका सभागार में सभासदों की मौजूदगी में अधिशासी अधिकारी राजेश कुमार सक्सेना से उन समस्त बिन्दुओं पर पत्रावली प्राप्त की जिन पर सभासदों ने अधिशासी अधिकारी पर विभिन्न आरोप लगाये थे।

कमेटी द्वारा पत्रावलियों का अवलोकन करने के उपरान्त श्री कौशिक ने बताया, कि नगर पालिका में जांचोपरान्त प्रथम दृष्टया अनियमितताआें का होना पाया गया है। बताया कि ईओ द्वारा 650 एल0ई0डी0 लाईट्स व 7 हाईमास्ट लाईटें, खरीदने कि लिए क्षेत्रीय प्रबन्धक उ0प्र0 लघु उद्योग निगम मुरादाबाद की फर्म को 27 अक्टूबर 17 को 1 करोड़ 10 लाख 96 हजार रूपये का एडवांस भुगतान किया, जोकि गलत है।

टी0ए0सी0 को जॉचोपरान्त केवल 7 राउन्ड पोल ही स्टॉक में मिल सके। जो पालिका परिसर में पिछले करीब 10 माह से पड़े जंग खा रहे हैं। इनकी गुणवत्ता बहुत घटिया पायी गयी है। दूसरा एडवांस भुगतान भी क्षेत्रीय प्रबन्धक उ0प्र0 लघु उद्योग निगम मुरादाबाद की फर्म को उक्त दिनांक में ही 14 लाख 81 हजार 40 रूपये का और किया गया था। इस धनराशि से 30 रिक्शा ठेली, 1 मिनी हैड्रोलिक टैम्पू आना था, जोकि अब तक नहीं आ पाया है।

इसके अलावा 5 पोर्टेबिल यूरिनल शौचालय, 30 ठेली, 100 डस्टबिन, 1 फॉगिंग मशीन, आदि का 26 लाख रूपये का एडवांस भुगतान अधिशासी अधिकारी कर दिया गया, जिसमें टी0ए0सी0 कमेटी को जॉच में केवल 5 पोर्टेबिल यूरिनल शौचालय ही मिले, जिनकी गुणवत्ता अच्छी नहीं थी।

आंवला नगर पालिका42 हजार का एक सांकेतिक बोर्ड

नगर ेपालिका क्षेत्र में लगाये गये 20 सांकेतिक पथप्रदर्शक बोर्डों का टी0ए0सी0 टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया, जिनको कुछ माह पूर्व ही लगाया गया था, कई स्थानों पर बोर्ड टूटी-फूटी स्थति में मिले आवादानपुर मोड़ पर तो बोर्ड का अवशेष ही मिला, जबकि इन 20 पथ प्रदर्शक बोर्डों की कीमत 8 लाख 40 हजार रूपये, का भुगतान किया जा चुका है।
एडवांस भुगतान धोर अनियमिता
टी0ए0सी0 कमेटी के श्री कौशिक ने बताया कि करीब 10 माह पूर्व नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा जिस प्रकार से मुरादाबाद की एक फर्म को एडवांस भुगतान किया गया है, यह घोर अनियमितताओं के दायरे में आता है। ऐसा कोई शासनादेश नहीं है, जिसमें नगर पालिका किसी भी फर्म से बिना सामग्री लिए एडवांस भुगतान कर सके।

बिना टेण्डर निकाले ही कर दिये विकास कार्य

श्री कौशिक ने बताया कि इसके अलावा 1 लाख से नीचे तक का कार्य स्टीमेट पर कराया जा सकता है। 1 लाख से उपर की धनराशि का कार्य टेन्डर प्रक्रिया के तहत किया चाहिए, परन्तु अधिशासी अधिकारी द्वारा बिना टेन्डर निकाले व बिना सामग्री व उपकरणों को प्राप्त किये ही एडवांस भुगतान कर दिया है। यह सरासर गलत है और गोलमाल की ओर इशारा करता है।

पालिका से वर्खास्त कर्मचारी को लगाया ठेके पर

श्री कौशिक के अनुसाद आउटसोर्सिग ठेके में भी काफी गड़बड़िया व गोलमाल है। पालिका में कार्यरत एक संविदा कर्मी जिसको बर्खास्त कर दिया गया था बाद में उसी वर्खास्त कर्मचारी को ठेके पर ही पालिका में लगा लिया गया है। जबकि अधिशासी अधिकारी द्वारा मण्डलायुक्त को उक्त कर्मचारी के बारे में न लगाये जाने के सम्बन्ध में लिखित रूप से अवगत करा दिया गया था।

नियुक्ति तिथि में फेरबदल करके हुए प्रमोशन

श्री कौशिक के अनुसार पालिका में ओ0वी0सी0 के चार सफाई कर्मचारियों का प्रमोशन अधिशासी अधिकारी द्वारा उनकी नियुक्ति तिथि में फेर बदल करके किया जाना जांच का विषय है। यह एक गंभीर मामला है। सभासदों द्वारा टी0ए0सी0 कमेटी को कई बिन्दुआें पर साक्ष्य भी उपलब्ध कराये गये हैं।

आंवला नगर पालिकाटीम ने की विकास कार्यो की जांच

टीएसी कमेटी ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान थाने गेट के सामने बन रहे नाले में लगाई जा रही ईंट व अन्य सामाग्री सहित वहां पर बने पिंक शौचालय की भी जांच की तथा इस दौरान पालिका के जेई अजीम शाहनवाज से बातचीत करके विभिन्न जानकारियां भी लीं।

निश्चित होगी कार्रवाई

टी0ए0सी0 के अजय कौशिक ने बताया कि नगर पालिका आंवला के अधिशासी अधिकारी द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग व गुणवत्ता आदि ठीक नहीं पायी गयी। रिपोर्ट तैयार करने हेतु सभी संदिग्ध पत्रावलियॉ तलब कर ली गयी हैं। जॉच रिपोर्ट शीघ्र ही तैयार कर मण्डलायुक्त और शासन को भेजी जायेगी। आरोप सिद्ध होने पर निश्चित रूप से शासन द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान सभासद संजय अग्रवाल, वीरेन्द्र सिंह, अमर प्रकाश मौर्य, मो0 समर, सभासद पति अकबर खां, जितेन्द्र कुमार के अलावा अधिशासी अधिकारी राजेश कुमार सक्सेना, जे0ई0 अजीम शहनवाज आदि मौजूद रहे।

ईओ राजेश सक्सेना ने कहा

‘‘ लघु उघोग निगम को भुगतान किया गया है वहां से सामान की आपूर्ति हो रही है, सफाई कर्मियें की प्रोन्नति नियमानुसार की गई तथा इसका मामला उच्च न्यायालय चल भी रहा है। पूर्व ठेकेदार द्वारा कार्य में असमर्थता जताने पर नया टेंडर ठेके पर कर्मचारियों को रखने के लिए किया गया था। जांचोपरान्त सब सामने आ जाएगा।’’

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