शरद सक्सेना, आंवला। अपने ओजस्वी भाषणों और विद्वता से समस्त विश्व को आलोकित करने वाले अटल जी आज इस लोक को अलविदा कह दिया। अपने पीछे छोड़ गये वो यादें जो लोगों के जेहन में उन्हें ताउम्र जिन्दा रखेंगी। जितने जेहन उतनी यादें, करोड़ों दिलों में अटल जी सदैव जीवित रहेंगे। अटल जी आंवला भी आये थे। उनका आना और घटी घटनाएं लोगों का आज भी याद हैं।
भाजपा नेता प्रमोद अनुरागी बताते है कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई यानि हमारे अटल जी जनसंघ के समय में 1974 आंवला में एक बैठक को सम्बोधित करने आये थे। बैठक यहां किसान कोल्ड स्टोर में निर्धारित थी। वहां उन्होनें जनसंघियां की बैठक के सम्बोधित किया था। इसके बाद उनका कार्यक्रम अलीगंज में था। भाजपा नेता प्रमोद अनुरागी बताते हैं कि तब राजवीर िंसंह ने उनको अपनी जीप में बैठाला तथा खुद गाड़ी चलाने लगे। उनके साथ रामपाल सिंह और वीरेन्द्र वर्मा भी थे।
राजवीर सिंह की जीप को धक्का मारकर गड्ढे से निकाला था अटल जी ने
अनुरागी बताते हैं अटल जी को अलीगंज की सभा मेंं समय से पहुंचाना था। लेकिन रास्ता बेहद खराब था। जगह-जगह गड्ढे थे। रास्ते मेंं जीप का पहिया एक गड्ढे में फंस गया। तो एक-एक कर सभी उतरते गए तथा जीप को गड्ढे से निकालने का प्रयास किया। लेकिन पहिया था कि निकला ही नहीं।
अंत में अटल जी भी गाड़ी से उतर गये तथा उन्होंने भी जीप में धक्का लगाया, तब जाकर गाड़ी गड्ढे से निकली। इस पर अटल जी ने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘‘राजवीर तुमने आज हमसे भी अपनी गाडी में धक्का लगवा लिया”।
इसके बाद अटल जी 1996 में आंवला के श्रीसुभाष इण्टर कालेज के मैदान में एक सभा को सम्बोधित करने आये। तब मंच का संचालन प्रमोद अनुरागी ने किया था। अनुरागी बताते हैं कि अलीगंज की घटना के बाद जब अटल जी लोकसभा में पहुंचे तो उन्होनें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक बयान पर कहा कि श्रीमती गांधी आप तो हैलीकॉप्टर से टपकती हैं, जहां देश की सड़कों पर चलकर तो देखो मैंने खुद गाड़ी में धक्का लगाया तब यहां तक पहुंचा हूंँ।