आंवला (बरेली)। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रसव के लिए आयी एक गर्भवती महिला की तीमारदार को तैनात स्टाफ नर्स ने थप्पड़ मार दिया। इस पर वहां हंगामा हो गया और पुलिस को बुला लिया गया। हालांकि पुलिस ने दोनों को समझाकर मामला शांत करा दिया। इस घटना से मरीजों और उनके तीमारदारों में तीव्र रोष है।
घटनाक्रम के अनुसार तहसील के ग्राम बीहट की सीता देवी पत्नी सुरेन्द्र पाल यादव अपनी पुत्रवधु रिंकी देवी को प्रसव हेतु आंवला सीएचसी पर लाई थी। प्रसव पीड़ा होने पर सीता देवी और उसके पुत्र ने यहां तैनात नर्स माया देवी से आग्रह किया कि वह पहले उनके मरीज को देख लें। इस पर माया देवी ने उनकी बात को अनसुना कर दिया।
कुछ समय बाद तीमारदारें ने पुनः रिंकी को देखने की बात कही परन्तु नर्स उनकी बात को लगातार अनसुना करती रही। बार कहने और नर्स के टालमटोल करने तीमारदारों और नर्स के बीच कहासुनी हो गयी। इससे खिसियाकर नर्स ने सीता देवी के मुंह पर जोरदार जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। इस पर पीड़िता ने डायल 100 पर फोन कर पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने पहुंचकर दोनो पक्षों को समझाकर शांत कर दिया।
भमोरा जाना था, आंवला आ गया था मरीज : नर्स माया देवी
वहीं नर्स माया देवी का कहना है कि उस मरीज को भमोरा ब्लाक स्थित सीएचसी पर जाना था परन्तु वह आंवला सीएसची पर आ गये। माया ने बताया कि मैंने सीता देवी से कहा कि मैं एक मरीज को देख रही हूंँ, उसको देखने के उपरान्त उनके मरीज को देखूंगी। इसी बात को लेकर कहासुनी होने लगी।
इस व्यवहार से कौन आयेगा इलाज कराने : आशा कार्यकत्री
वहीं आशा कार्यकत्री प्रभा पत्नी नरेश ने बताया कि नर्स द्वारा ऐसा व्यवहार किए जाने पर उनके साथ कौन मरीज प्रसव कराने आयेगा। यहां बता दें कि अस्पताल मेंं मरीजों के साथ दुर्व्यवहार की यह पहली घटना नहीं है। पहले भी ऐसी खबरें अस्पताल से मिलती रही हैं। लोगों का कहना है कि सीएचसी स्टाफ द्वारा प्राईवेट अस्पतालों से सांठगांठ के चलते प्रसव को आयी महिलाओं को निजी अस्पताल में भेजा जाना आम बात है।
भाजपा नेता ने सीएमओ से की थी शिकायत
कुछ माह पूर्व भाजपा नेता रामवीर प्रजापति द्वारा भी एक ऐसी ही शिकायत सीएमओं से की गई थी। वहीं पीड़िता सीता देवी का कहना है कि उक्त नर्स द्वारा मरीज को देखने के नाम पर रकम की मांग की गई थी जिसे देने में उसने असमर्थता जताई। तो उक्त नर्स ने उनके मरीज को देखने मेंं आनाकानी करने लगी थी।