आंवला (बरेली)। नगर के निकट के गांव मनौना में बुखार से हुई चार मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली है। अब गांव में फॉगिंग करायी जा रही है, जिससे गंदगी और जलभराव के चलते पैदा हुए मच्छर खत्म हो सकें।
सरकारी अस्पताल रामनगर की स्वास्थ्य विभाग की टीम के डा. अजय कुमार ने मनौना ग्राम में फागिंग कराना प्रारम्भ किया है। घर-घर जाकर लोगों से जानकारी ली तथा बुखार के मरीजों को दवाईयां वितरित की। स्वास्थ्य सलाह दी तथा कैम्प करके मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
घरों के आसपास न जमा होने दें गंदगी
उन्होनें ग्रामवासियों से कहा कि वह अपने घरों के आस पास मच्छरों व गंदगी को जमा न होने दें। साथ ही हल्का सुपापच्य भोजन ले उबला हुआ साफ-स्वच्छ पानी पीएं तथा बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह लेकर उपचार कराएं।
यहां बता दे कि क्षेत्र में वायरल मलेरिया व टाइफाइड के मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। अकेले मनौना ग्राम में ही पिछले कुछ दिनें में 4 मौते कल्यान मौर्य (60) गफ्फार पुत्र अब्दुल (45) खुर्शीदन (32) गुल्फिजा (11) की बुखार के चलते हो गई। वहीं गांव में ओमकार लोधी, शिवकुमार, गीता देवी, नरेन्द्र, फैजान, वीरेन्द्र, संगीता, राजेन्द्र मौर्य, मोहम्मद नवी, अब्दुल हमीद, यूसूफ, अरविन्द, आसिया, रोहित, अरविन्द, आसना, खालिक, सकरूददीन आदि लोग बुखार से पीडित है।