शरद सक्सेना, आंवला (बरेली)। नगर पालिका ने अपनी आय बढ़ाने को पार्किंग शुल्क के ठेके की नीलामी की तो ‘नेता’ पालिका की इज्जत को नीलाम करने पर उतर आये। ‘ठेकेदार के लोग’ मनचाहा शुल्क वसूल रहे हैं। इतना ही नहीं आरोप है कि लोक निर्माण विभाग की सड़क पर चलने का भी शुल्क वसूला जा रहा है। इस ठेके और वसूली से नगर भाजपा में भी बगावत छिड़ गयी है। सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं ने ही अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
बता दें कि नगर पालिका परिषद द्वारा कुछ दिनों पूर्व शहर में आने जाने वाले भारी वाहनों पर पार्किंग शुल्क का ठेका खुली बोली लगवाकर नीलाम किया था। बताते हैं कि ठेका एक भाजपा नेता के करीबी ने ऊंची बोली लगाकर ले लिया। इसके तत्काल बाद से ही ठेकेदार द्वार पालिका क्षेत्र में आने-जाने वाले वाहनों से वसूली प्रारम्भ कर दी गई।
पहले दिन बडे़ वाहनों के साथ ही ई-रिक्शों और टैम्पुओं से भी टैक्स की वसूली की गई। इसको लेकर नगर के सैकड़ो ई-रिक्शा चालकों ने उपजिलाधिकारी से मिलकर इस सम्बन्ध में एक ज्ञापन सौंपा। इसके बाद अगले दिन से ही पालिका द्वारा ई-रिक्शा व ठेले खोमचे वालों को टैक्स के दायरे से मुक्त कर दिया गया
इससे ठेकेदार (और उसके पार्टनर्स) की आय में कटौती हुई तो अगले दिन से ही वसूली की दरें मनमाने तौर से बढ़ा दी गयीं। इसी को लेकर बीते दो दिनों से नगर की जनता व वाहन मालिकों में जबर्दस्त रोष है।
तमाम सभासद हैं ठेके में पार्टनर
वहीं सूत्रों की मानें तो ठेका भले ही एक शख्स ने लिया हो लेकिन इस ठेके में पालिका के दर्जन भर से अधिक सभासदों की भी हिस्सेदारी है। इनमें से अधिकांश सुबह तड़के नगर के मुख्य मार्गों पर बने स्वागतद्वारों पास तख्त व कुर्सियां डालकर आने-जाने वाले वाहनों से टैक्स वसूली करते हुए दीखते हैं। इनके हाथों में पालिका की टैक्स रसीद के साथ डंडे भी देखे जा सकते हैं। यहां वाहन स्वामियों से टैक्स वसूली को लेकर अक्सर कहासुनी होती है। लोगों का कहना है कि कल तक जो नेता हम गरीब रिक्शों व ठेले वालों की बात करते थे आज वहीं वसूली पर उतर आए हैं।
अचानक हुई इस वसूली से वाहन स्वामियों में भारी रोष है। इस मनमानी वसूली ने विपक्षी नेताओं को विरोध का एक मुद््दा दे दिया है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ सभासदों ने बरेली लाइव संवाददाता से बातचीत में स्वीकारा कि ठेके में हमारी भी हिस्सेदारी है। ऐसे में हम ठेकेदार का वसूली में सहयोग कर रहे है, तो इसमें बुराई ही क्या है।
सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं में छिडी़ जंग
इस ठेके में सभासदों की हिस्सेदारी और जबर्दस्त वसूली को लेकर नगर भाजपा में भी बगावत के स्वर फूटने लगे हैं। भाजपा के नगर महामंत्री मनोज मौर्य ने भी अपनी फेसबुक आईडी से अपनी ही पार्टी के पालिका चेयरमैन व सभासदों के खिलाफ जंग छेड रखी है। जिसमें वाद-विवाद चल रहा है।
क्या बोल रहे विपक्षी नेता
सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव का कहना है कि अवैध रूप से की जा रही वसूली को समाजवादी किसी भी कीमत में नहीं होने देंगे। इसके खिलाफ कल सोमवार को प्रदेश के निर्देश पर तुहसील मुख्यालयों पर होने वाले धरने प्रदर्शन में उठाएगे।
सपा जिला सचिव अवनीश तिवारी एडवोकेट ने इस वसूली को एक प्रकार का जजिया कर बता डाला।
कांग्रेस पीसीसी सदस्य यादराम मौर्य ने बताया कि जिस तरह से ठेकेदार की आड़ में पालिका सभासदों द्वारा जो टैक्स के रूप में वसूली की जा रही है हम इसके खिलाफ कल प्रदर्शन करेंगे।
सिर्फ लोडिंग के वाहनों से ही टैक्स वसूला जाएगा : पालिकाध्यक्ष
नगर पालिका चैयरमैन संजीव सक्सेना का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी के निर्देशानुसार आय बढ़ाने के लिए पालिका द्वारा खुली बोली लगवाकर 12 लाख 98 हजार रूपए में पालिका क्षेत्र की पार्किंग का ठेका योगेश सक्सेना को दिया है। इससे पालिका की आय बढे़गी, जिससे नगर के विकास कार्यों में वृद्धि होगी। कुछ शिकायतें मिलीं जिस पर हमने एनाउंसमेंट कराकर जनता से कहा है कि ई-रिक्शा व ठेले, खोमचे वालों से किसी भी प्रकार की कोई वसूली नहीं की जाएगी। इसमें सिर्फ नगर मेंं आने जाने वाले लोडिंग के वाहनों से ही टैक्स वसूला जाएगा।