इलाहाबाद विश्वविद्यालय इलाहाबाद । इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) की गरिमा को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों से व्यथित चीफ प्राक्टर ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया है। कुलानुशासक (चीफ प्राक्टर) प्रोफेसर राम सेवक दुबे ने मंगलवार को बताया कि उन्होने सोमवार देर शाम कुलपति रतन लाल हांगलू को अपना त्याग पत्र भेज दिया है। उन्होने कहा कि पठन-पाठन एवं शोध कार्यों में व्यवधान के कारण पद छोडने की जरूरत महसूस हुयी।

श्री दुबे ने कुलपति को कार्यालय एवं वेबसाइट पर भेजे अपने त्याग पत्र में लिखा है, “अस्वास्थता और शैक्षिक एवं शोध कार्यों के लगातार बाधित होने के कारण कुलानुशासक के पद के दायित्वों का आगे निर्वहन करने में असमर्थ हूं, अत: मैं अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं।”

वर्तमान शैक्षणिक माहौल पर खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रोफेसर छात्रों को पढ़ाना तो चाहते हैं लेकिन कुछ छात्रों की वजह से पूरा विश्वविद्यालय प्रभावित हो रहा है। आज के छात्र कुलपति, प्रोक्टर, प्रोफेसर से अभद्र व्यवहार कर रहे हैं, उनके साथ गाली गलौज करते हैं, जो कदाचित अनुचित है।

उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा विश्व में है। इसमें शिक्षा लेने वाले अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं लेकिन आज कुछ छात्र इसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने पर आमदा हैं हालांकि इसकी गरिमा को बनाये रखने में जितना भी हो सकेगा अपना योगदान देंगे।” गौरतलब है कि श्री दुबे का इस त्यागपत्र के पीछे उनकी अस्वस्थ्यता और पठन-पाठन को नहीं बल्कि कुलपति के वायरल हुए आडियो से जोड़कर देखा जा रहा है। वायरल हुए आडियो में कुलपति पर किसी महिला के साथ बातें करने का आरोप लगाया गया है।

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