मुकदमों में उनके बेटे विक्की भरतौल और ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी रहे गौरव अरमान समेत कई नामजद
बरेली। मोहर्रम का विरोध करने पर बिथरी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल के खिलाफ बलवा करने के दो मुकदमे दर्ज किये गये हैं। दोनों ही मुकदमों में विधायक के साथ उनके बेटे विक्की भरतौल और बिथरी के ब्लॉक प्रमुख का चुनाव हारने वाले प्रत्याशी गौरव सिंह अरमान को भी नामजद किया गया है। ये मामले कैण्ट और बिथरी पुलिस ने दर्ज किये हैं। दोनों ही थानों की पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मोहर्रम के जुलूस को लेकर हुए बवाल में दोनों थानों में कुल पांच मुकदमें दर्ज हुए हैं।
बिथरी इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह ने बिथरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, उनके बेटे विक्की भरतौल, विधायक करीबी आर ब्लाक प्रमुख पद का चुनाव हार चुके गौरव सिंह अरमान, विनोद दिवाकर समेत २५ अज्ञात के खिलाफ बलवा, जान से मारने की धमकी, लाईसेंसी असलाह लहराना, सरकारी काम में बाधा डालना, शांति व्यवस्था बिगाड़ऩे समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
इसी तरह कैण्ट इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में विधायक पप्पू भरतौल, उनके बेटे विक्की भरतौल, गौरव सिंह अरमान समेत अन्य लोगों पर आरोप है कि उन्होंने लाईसेंसी बंदूका लहराकर सरकारी कार्य में बाधा डाली, लोकसेवकों पर हमला करना, जान से मारने की धमकी देना, लोक व्यवस्था भंग करना व क्षेत्र में भय व आतंक का माहौल पैदा किया गया है।
शुक्रवार को मोहर्रम पर हुआ था बवाल
बता दें कि शुक्रवार को मोहर्रम पर ताजियों के जुलूस को लेकर बिथरी और कैंट में जमकर बवाल हुआ था। विरोध का यह क्रम सावन में कांवडय़ात्रा रोकने से शुरू हुआ था। सावन में क्षेत्र के गांव उमरिया, कलारी और खजुरिया ब्रह्मनान गांव में टकराव के हालात थे। कांवड़ यात्रा रोकने के जवाब में कलारी में ताजियों का जुलूस रोका गया।
खजुरिया ब्राहमनान में तो ताजियों का जुलूस रोकने के लिए रास्ते में ट्रालियां खड़ी कर दी गईं। यह भनक लगते ही एडीजी प्रेम प्रकाश और एसएसपी मुनिराज जी. मौके पर भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए थे। उन्होंने जेसीबी से रास्ते में खड़ी ट्रालियों को खेतों में पलटवाकर रास्ता साफ करवाया। गांव वालों के विरोध पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। २५ लोगों को हिरासत में ले लिया गया। मौके पर बिथरी विधायक पप्पू भरतौल भी पहुंच गए थे। जहां विधायक की पुलिस अधिकारियों के साथ जमकर नोकझोंक हुई थी। विधायक के विरोध के बाद पुलिस ने हिरासत में लिए गए २५ लोगों को छोड़ दिया था। इसके बाद विधायक अपने गांव भरतौल पहुंचे तो ताजियों का जुलूस उनके आफिस के सामने से गुजर रहा था। समर्थकों ने यहां भी ताजियों का जुलूस लौटा दिया।
इस बीच कैंट इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह वहां पहुंच गए। इसके बाद इंस्पेक्टर कैंट की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया।
जिले में नहीं रहेगा मुकदमा लिखने वाला : विधायक
विधायक पप्पू भरतौल ने का कहना है कि वह पुलिस के मुकदमों से नहीं डरते हैं। बोले-क्षेत्र में काम करने वाले पर ही मुकदमे दर्ज होते हैं। जनता की सेवा करते समय अगर मौत भी हो जाए तो उनको कोई गम नहीं होगा। मुझ पर दर्ज किया गया मुकदमा पूरी तरह से फर्जी है। पुलिस इस मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाएगी। मुकदमा दर्ज कराने वाला अधिकारी अब किसी भी हाल में जिले में नहीं रह सकेगा। मैं शासन तक इस मुद्दे को उठाऊंगा।
कानून व्यवस्था भंग करने वालों पर होगी कार्रवाई
एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि कानून व्यवस्था भंग करने वालों पर हर हाल में कार्रवाई होगी। चाहे वह कोई विधायक ही क्यों न हो। आगे कहा कि उन्होंने बिथरी में मौके पर जो देखा गया। उसी आधार पर ही कार्रवाई हो रही है। हमने किसी भी तरह की कोई नई परम्परा नहीं पडऩे दी है लेकिन कानून हाथ में लेने वालों को भी नहीं बक्शा जाएगा। मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, अब उनकी गिरफ्तारियां कराई जाएंगी। पुलिस किसी के दबाव में काम न करती है और न ही करेगी।