बरेली। पहली अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस था। सोमवार को इस मौके पर आईएमए (IMA) ब्लड बैंक ने दिन में रक्तदान शिविर लगाया तो शाम को रक्तदाताओं का सम्मान किया। यहां मुख्य अतिथि से लेकर तमाम डॉक्टर्स ने स्वैच्छिक रक्तदाताओं की मुक्त कण्ठ से सराहना की। सभी ने कहा- ये रक्तदाता ही आईएमए ब्लड बैंक की रीढ़ हैं। ये आज के दानवीर एक यूनिट ब्लड देकर तीन लोगों की जान बचाते हैं। बदले कुछ नहीं लेते। ऐसे में रक्तदान एक ऐसा महादान है जो केवल परमात्मा ही कर सकता है।
आईएमए (IMA) ने 18 वर्ष के होते ही तत्काल पहली बार रक्तदान करने वाले नमन वैश्य से लेकर 217 बार रक्तदान कर चुके मेजर सुरेश सोनी को भी सम्मानित किया। दिव्यांग अपूर्व को भी विशेष तौर से स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए उन्हें समाज के लिए प्रेरणा बताया। इस आयोजन से रक्तदाताओं को सुखद गौरवानुभूति हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर डॉ. उमेश गौतम रहे। विशिष्ट अथिति के रूप में शहर विधायक डॉ. अरुण कुमारए आईएमए के मुख्य सलाहकार डा.रवि मेहरा और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश अग्रवाल रहे।
रक्तदाता महान दानवीर : उमेश गौतम
महापौर ने जहां रक्तदाताओं की सराहना करते हुए उन्हें महान दानवीर बताया। कहा रक्तदान से दान की प्रवृत्ति बढ़ती है। डा. अरुण कुमार ने थैलेसीमिया पीड़ितों के इलाज के तौर पर बोनमैरो बदलने का पूरा खर्च सरकार उठाती है। इसके अलावा भी उन्होंने अपने स्तर से मदद का आश्वासन दिया। डॉ. रवि मेहरा और डॉ. गिरीश ने भी विचार व्यक्त किये।
आईएमए अध्यक्ष पद के पहले ही दिन सफल आयोजन
वरिष्ठ हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डॉ. सत्येन्द्र सिंह ने सोमवार को ही आईएमए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला। पहले ही दिन रक्तदान शिविर एवं रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन कर उन्होंने हर किसी की तारीफ बटोरी। अपने वक्तव्य में डॉ.सत्येन्द्र सिंह ने रक्तदाताओं एवं ब्लड बैंक स्टाफ की सराहना की। उन्होंने आईएमए के सदैव जन कल्याणकारी कार्यों में संलग्न रहने संकल्प जताया।
इस दौरान आईएमए ब्लड बैंक अध्यक्ष डा.अजय भारती, आईएमए ब्लड बैंक डायरेक्टर डा.अंजू उप्पल, आईएमए सचिव डा.विनोद पागरानी, डा.अनीता अजय, डा.अतुल अग्रवाल, डा,राघवेंद्र शर्मा, डा.अंशू अग्रवाल, डा.अमित अग्रवाल और आईएमए के इलेक्ट प्रेसीडेंट डा.राकेश अग्रवाल, डा.जेपी सेठी, डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, डॉ. देवेन्द्र सिंह, डॉ. अतुल अग्रवाल सहित तमाम डाक्टर मौजूद रहे।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे बोले-शादी से पूर्व जांच करायें लड़का-लड़की
सम्मान समारोह के मध्य में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों ने इस खतरनाक बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया। बताया कि अगर माता-पिता दोनों थैलेसीमिया माइनर हैं तो उनकी संतान थैलेसीमिया मेजर ही होगी। उसे जीवनभर रक्त बदलने की जरूरत होगी। ऐसे में जीवनभर का त्रास झेलने और भारी खर्च वहन करते रहने से बेहतर है कि शादी से पूर्व लड़का-लड़की थैलेसीमिया की जांच करा लें। बताया कि यह जांच केवल 450 रुपये में हो जाती है। यह संदेश देने के लिए कंधों से कंधे मिलते हैं, कदमों से कदम मिलते हैं स्किड किया।
ये रक्तदाता हुए सम्मानित
राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस की संध्या पर 217 बार रक्तदान करने वाले मेजर सुरेश सोनी, पहली बार रक्तदान करने वाले नमन वैश्य, 83 बार रक्तदान कर चुके सरदार इकबाल सिंह बाले, 104 बार रक्तदान करने वाले राकेश कोहली, उनकी पत्नी और उनके भाई अनिल कोहली को भी सम्मानित किया गया। साथ ही दिव्यांग युवा अपूर्व अग्रवाल को भी रक्तदान करने पर स्मृति चिह्न भेंट किया गया। इसी के साथ सीमा अग्रवाल, दीक्षा सक्सेना, धीरज वैश्य, वरुण रस्तोगी, डा.संजय सिंह, वंदना सिंह, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, अमन सिंह, शकुंतला, दुर्गा सिंह, मोहित जौहरी, विशाल गुप्ता, मोहित राजपाल, रविंद्र प्रकाश, मनोज बजरंगी, मनोज कुमार अग्रवाल, विकास गौड़, रजनीश सक्सेना, रनवीर सिंह, कृष्ण अवतार सक्सेना, प्रमोद कुमार अग्रवाल, श्याम कृष्ण, इंदिरा टंडन, हरिओम राठौर, देवेंद्र कुमार सिंह, राजा खान, अविनाश चौबे, निर्भय सक्सेना, राजकुमार, पंकज सोनू, अनीता गोयल, काजल शंखधर, जतिन शर्मा, रोहित राकेश, धर्मसुख, रेखा गुप्ता, कैलाश मित्तल, मनोज मोदी, प्रदीप प्रकाश, नीरज खुराना, गौरव साहनी, राकेश सेठी (80 बार) को भी स्मृति चिह्न प्रदान किया गया।
ये डॉक्टर्स भी हैं दानवीर
इसके अलावा डा.कौशल कुमार, डा.मंजू गुप्ता, डा.लतिका अग्रवाल, डा.गरिमा सिंह, डा.अंशू अग्रवाल, डा.अतुल वर्मा, डा.राजीव गोयल, डा.राजेश कुमार, डा. राघवेंद्र शर्मा, डा.विनोद पागरानी, पारुल प्रिया को भी रक्तदान करने पर सम्मानित किया गया।
How we can send our press release. Regarding our events and campaign
Kindly mail us to
[email protected]