बरेली। खाद्य तेल के बड़े व्यापारी घनश्याम खण्डेलवाल एवं उनके भाई दिलीप खण्डेलवाल के 30 से ज्यादा ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग ने एक साथ छापा मारा। ये छापे बीएल एग्रो इण्डस्ट्रीज एवं खण्डेलवाल ईडेबिल ऑयल के सभी दफ्तरों, खण्डेलवाल बन्धुओं के घर, उनके सीए (चार्टर्ड एकाउटेण्ट) के यहां एक साथ मारे गये। बताते हैं कि इसमें करीब 500 अधिकारियों टीमें लगायी गयीं थी। इन अफसरों ने दोनों कारोबारियों और सीए के ठिकानों से अनेक कम्प्यूटर, लैपटॉप कब्जे में ले लिये। कार्रवाई के दौरान कारोबारियों और उनके परिजनों के फोन तक स्विच ऑफ करा दिये गये। ये छापा दिल्ली, मुरादाबाद और देहरादून से आई इनकम टैक्स टीमों ने मारा।
पुलिस एवं पीएसी को साथ लेकर की गयी कार्रवाई
बरेली के बिजनेस टाइकून घनश्याम खंडेलवाल और उनके भाई दिलीप खंडेलवाल के ठिकानों पर छापे की सूचना शहर में जंगल की आग की तरह फैल गयी। ये दोनों क्रमशः बैल कोल्हू और चक्र के नाम से खाद्य तेल का उत्पादन एवं विपणन करते हैं। दोनों के करीब 30 ठिकानों को पूरी तरह सील कर दिया गया। कोई अंदर से बाहर और बाहर से अंदर नहीं आने दिया गया। मीडिया कर्मियों को छापे के ठिकानों के आसपास भी नहीं फटकने दिया गया। इस कार्रवाई में स्थानीय आयकर अधिकारियों को सूचना तक नहीं थी। साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस एवं पीएसी को साथ लेकर कार्रवाई अमल में लायी गयी।
हालांकि श्यामगंज में अनेक व्यापारियों ने इस छापेमारी के विरोध का प्रयास किया लेकिन पुलिस और पीएसी की मौजूदगी ने उनकी हिम्मत को तोड़ दिया। श्यामतगंज, परसाखेड़ा, नरकुलागंज, मारवाड़ीगंज, राजेंद्र नगर आदि जगहों पर सभी प्रतिष्ठानों और गोदामों के अंदर बाहर दोनों जगह पीएसी तैनात करके कार्रवाई की गयी।
करीब 500 आयकर अधिकारियों ने की छापेमारी
सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग लखनऊ की करीब पांच सौ लोगों की टीम बुधवार देर शाम को ही बरेली पहुंच गई थी। इनमें से अनेक अधिकारी आईवीआरआई के गेस्ट हाउस तो कुछ को होटलों में ठहराया गया। इस बड़ी कार्रवाई की व्यापकता को देखते हुए ३५ गाडिय़ां मुरादाबाद से मंगाई गई थीं, जबकि २५ गाडिय़ां देहरादून आफिस से आई थीं। इसके अलावा दिल्ली आफिस से भी अफसर गाडिय़ों से बरेली पहुंचे थे। हालांकि इस छापेमारी की सूचना बरेली के अफसरों को नहीं दी गई थी। आज सुबह अचानक आयकर विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी को सूचना दी गयी।
बीएल एग्रो और खण्डेलवाल ईडेबिल ऑयल के अधिकारियों से इस छापेमारी के सम्बंध में जानकारी लेने का प्रयास किया तो सभी के फोन बंद मिले। बाद में सम्पर्क करके उनका विस्तृत पक्ष प्रकाशित किया जाएगा।