नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा के पास दुर्घटनाग्रस्त भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान में सवार सभी 13 लोगों के बरामद कर लिये गए हैं। विमान का ब्लैक बॉक्स भी मिल गया है। इन सभी शवों को हेलिकॉप्टर से बाहर निकाला जाएगा। इससे पहले दुर्घटनास्थल पर पहुंची सर्च टीम ने विमान में सवार सभी लोगों की मौत की पुष्टि की थी।
भारतीय वायुसेना की सर्च टीम गुरुवार सुबह क्रैश साइट पर पहुंची। खोजबीन के दौरान इस दल को विमान में सवार किसी भी व्यक्ति के भी जिंदा बचे होने का कोई सुराग नहीं मिला। वायुसेना ने विमान में सवार सभी 13 लोगों के परिवारीजनों को इस बारे में सूचित कर दिया है। वायुसेना ने हादसे के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी है।
वायुसेना के आठ दिनों से लापता इस विमान के मलबे को मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के सियांग और शी-योमी जिले की सीमा पर गट्टे गांव के पास एमआइ-17 हेलीकॉप्टर से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर देखा गया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस इलाके में घने जंगल हैं और पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
इस विमान
ने सोमवार 3 जून को
दोपहर 12.25 बजे असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी। दोपहर 1 बजे के बाद से इस विमान से
संपर्क टूट गया। वायुसेना ने इस विमान को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया। इस
अभियान के लिए सुखोई 30 एयरक्राफ्ट और सी-130 स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट को
लॉन्च किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के उप प्रमुख राकेश सिंह
भदौरिया से बातचीत की। काफी देर तक जानकारी न मिलने पर सर्च अभियान में थल सेना भी
जुट गई। सर्च अभियान में स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी मदद की।
एएन-32 विमान के मलबे तक पहुंचना में बचाव दल को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। बुधवार को 15 सदस्यीय बचाव दल ने दुर्घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन दुर्गम इलाके और बेहद खराब मौसम की वजह से यह दल सफल नहीं हो सका। लिहाजा बचाव दल को एयरलिफ्ट करके दुर्घटनास्थल के करीब स्थित शिविर तक पहुंचाया गया था।
एएन-32
विमान में ये लोग थे सवार
विंग कमांडर जीएम चार्ल्स
स्क्वाड्रन
लीडर एच विनोद
फ्लाइट
लेफ्टिनेंट आर थापा
फ्लाइट
लेफ्टिनेंट ए तंवर
फ्लाइट
लेफ्टिनेंट एस मोहंती
फ्लाइट
लेफ्टिनेंट एम के गर्ग
वारेंट
ऑफिसर केके मिश्रा
सार्जेंट
अनूप कुमार
कारपॉरल शेरिन
लीड
एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह
लीड
एयरक्राफ्ट मैन पंकज
नॉन
कॉम्बैट एंप्लॉयी पुताली
नॉन
कॉम्बैट एंप्लॉयी राजेश कुमार