नयी दिल्ली। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को सबरीमला मुद्दे को ‘हिंदू नवजागरण और हिंदू रूढ़िवाद’ के बीच लड़ाई बताया है। सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर में महिलाओं को प्रवेश करने से रोकने के लिए लोगों के बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आये। इससे केरल के कई भागों में तनाव की स्थिति बन गयी।
विभिन्न हिन्दू संगठनों ने अदालत के इस निर्णय का विरोध किया है। ‘जल्दबाजी में इस आदेश को लागू करने के लिए’ राज्य की वाम सरकार पर हमला कर रहे इन संगठनों का भाजपा की केरल इकाई समर्थन करती हुई नजर आ रही है।
स्वामी ने ट्वीट करके कहा,‘सबरीमला मुद्दे पर लड़ाई हिन्दू नवजागरण और हिन्दू रूढ़िवाद’ के बीच है।’ उन्होंने कहा,‘‘वीएचएस के हम लोग कानून के शासन के पक्ष में है और हमें कानून से पहले समानता बनाए रखनी चाहिए।’ विराट हिन्दुस्तान संगम (वीएचएस) स्वामी से जुड़ा एक संगठन है।
उन्होंने कहा कि सबरीमला में पूजा की इच्छा रखने वाली महिलाओं को रोकने से ऐसा प्रतीत होता है कि केरल में कुछ हिंदुओं का दिमाग वर्षों के कम्युनिस्ट शासन के कारण बिल्कुल बदल दिया गया है। वे विचार प्रक्रिया के मामले में अव्यवहारिक हो गये है।
ट्वीटर पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार मंदिर में महिला श्रद्धालुओं के प्रवेश को सुनिश्चित करने में असमर्थ है तो कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए केन्द्र को हस्तक्षेप करना चाहिए।
एजेन्सी