आंवला पालिका में शादी घोटाला, आँवला (बरेली)। आंवला नगर पालिका द्वारा मुख्यमंत्री की सामूहिक विवाह योजना में जबर्दस्त घोटाला किया जा रहा है। गरीब कन्याओं के नाम पर भाजपा के सम्पन्न नेताओं के बच्चों की शादियां करायी जा रही हैं। योजना का लाभ पाने के लिए पूर्व में विवाहित युगलों की दोबारा शादी करा दी जा रही है। नगर पालिका परिषद पर भ्रष्टाचार के ये आरोप समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लगाते हुए सोमवार को प्रदर्शन किया। सपा कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच की मांग की।

सोमवार को सुबह पूर्व पालिकाध्यक्ष आबिद अली और समाजवादी पार्टी विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष इन्द्रपाल सिंह यादव के नेतृत्व में दर्जनों सपा कार्यकर्ता एसडीएम कार्यालय पहुंचे। यहां इन लोगों ने नगर पलिका और भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।

ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत करायी गयी शादियों में बड़ा घोटाला किया गया कहा है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के नाम पर मजाक किया जा रहा है। न फेरे पड़ते हैं, न निकाह पढ़ाया जाता है, और हो जाती है शादी। सपाईयों आरोप है कि इस योजना के द्वारा सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है। अपात्रों को पात्र बनाकर दलालों के माध्यम से शादियाँ की जा रही हैं।

लगन में लाखों का सामान और शादी गरीबों की तरह

सपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष सैयद आबिद अली ने कहा कि इस योजना के द्वारा भाजपा द्वारा सिर्फ अपनों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। पिछले गुरूवार को जिन 5 लोगों की शादियां की गई उनमें से दो भाजपा पदाधिकारियों की बेटियांँ हैं। इसमें एक मंडल अध्यक्ष की पुत्री है जबकि मंडल अध्यक्ष हैसियतदार व्यक्ति है। उनके पास कई बीघा जमीन और अच्छा कारोबार है। वहीं दूसरी शादी भाजपा कार्यकत्री की बेटी की करायी गयी। उसके लगुन कार्यक्रम में लाखों का सामान दिया गया है। क्या भाजपा की नजर में यही गरीबी का पैमाना है? ये लोग गरीबों का हक मार रहे हैं।

सपा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष डा. इन्द्रपाल सिंह ने मांग की है कि नगर पालिका द्वारा अब तक इस योजना के तहत कराये गये सभी विवाहों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए कम आय के गलत आय प्रमाण पत्र भी लगाये गये हैं। इसलिए साथ ही जिन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा गलत तरीके से कम इनकम के आय प्रमाण-पत्र जारी किये गये हैं, उन सभी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये।

पालिका सभासद अमर मौर्य ने आरोप लगाया कि जिस भाजपा नेत्री की बेटी की शादी कराई गयी है उसकी कुछ दिनो पूर्व ही शादी हो चुकी है। इसके शादी समारोह में पड़ोस के लोग शामिल भी हुए थे। काफी धन खर्च करके लग्न समारोह भी आयोजित किया गया था जबकि शादी बरेली के एक बैंकटहाल में की गई थी।

सभासद पति अकबर खान का कहना है कि 18 अक्टूबर को हुए विवाह कार्यक्रम को पालिका द्वारा गोपनीय तरीके से किया गया। स्वयं उनको तथा अन्य सभासदों को भी कार्यक्रम की सूचना मात्र कुछ देर पहले ही दी गई, जोकि संदेहास्पद है।

आंवला नगर पालिका में शादी घोटाला!
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत नवयुगल को आशीर्वाद देते सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह और आंवला पालिकाध्यक्ष संजीव सक्सेना।

क्या भाजपा का कार्यकर्ता गरीब नहीं हो सकता?

पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना ने कहा कि हमने पात्रों के ही विवाह कराये हैं। सभी पात्र हैं। क्या भाजपा का कार्यकर्ता गरीब नहीं हो सकता? हमने इन लोगों के आय-प्रमाण पत्रों के आधार पर उनको पात्र मानकर उनकी बेटियों की शादियां करायी हैं।

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योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सामूहिक विवाह योजना प्रदेश में गरीब परिवारों की बेटियों के लिए लागू की गयी। उद्देश्य था कि किसी गरीब व्यक्ति की बेटी के हाथ धनाभाव के कारण पीले होने से न रह जाएं। इसके तहत पात्रों का सामूहिक रूप से एक स्थान पर विवाह कराया जाता है। इसके अन्तर्गत पात्र को 20 हजार रुपये का चेक और 10 हजार रूपये का सामान दिया जाता है। साथ ही प्रत्येक पात्र व्यक्ति पर 5 हजार रूपये सरकार द्वारा मंडप, पण्डाल और भोजन इत्यादि पर खर्च किए जाते हैं।

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