नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के “सबका साथ. सबका विकास, सबका विश्वास” के नारे के बीच पीली धातु सोने के सचमुच “अच्छे दिन” गए हैं। शुक्रवार को इसने राकेट की गति से ऊंचाई नापी। ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, इस दिन सर्राफा बाजार में सोने के दाम 300 रुपये की छलांग लगाकर 33,870 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गए हैं। ज्वैलर्स की ताजा लिवाली से यह तेजी आई है। इंडस्ट्रियल यूनिट्स और सिक्का निर्माताओं की बिक्री बढ़ने से सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत 550 रुपये प्रति किलो बढ़कर 38,400 रुपये प्रति किलो हो गई है।

सराफा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू बाजार में ज्वैलर्स की बढ़ी हुई खरीददारी और वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के कारण कीमत में इजाफा हुआ है। अंतरराष्ट्रीयय बाजार में सोना 1,358 डॉलर प्रति औंस हो गया जो अप्रैल 2018 के बाद उच्चतम स्तर है।

ट्रेड वार के तनाव और अमेरिकी ब्याज दर में कटौती के बीच कमजोर ग्लोबल ग्रोथ की उम्मीदों ने निवेशकों को सोने की खरीददारी से रोका है। जियोजिट फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड-कमोडिटी रिसर्च हरेश वी ने कहा कि सोना आमतौर पर आर्थिक या राजनीतिक अनिश्चितताओं के समय उच्च स्तर पर ट्रेड करता है।

इस बीच न्यूयॉर्क में सोना 1,356.70 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था जबकि चांदी 15.11 डॉलर प्रति औंस पर थी। दिल्ली में 99.9 प्रतिशत और  99.5 प्रतिशत की शुद्धता वाला सोना 300 रुपये बढ़कर क्रमशः 33,870 और 33,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। हालांकि सोने के सिक्के की कीमत 26,700 रुपये प्रति 8 ग्राम पर ही स्थिर रही।

चांदी 550 रुपये बढ़कर 38,400 रुपये प्रति किलो हो गई जबकि सपताह  आधारित डिलीवरी 614 रुपये बढ़कर 37,439 रुपये प्रति किलो हो गई। चांदी के सिक्कों की कीमत 80,000 रुपये प्रति सैकड़ा खरीदने के लिए और 81,000 रुपये प्रति सैकड़ा बेचने के लिए रही। 

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