लखनऊ । भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव को एक बड़े मिशन के रूप में लिया है। बाइक पर कमल संदेश यात्रा के बाद शनिवार से पार्टी की कमल संदेश पद यात्रा शुरू हो गई है। 15 दिसम्बर तक चलने वाली इस पदयात्रा के तहत शहर के साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विधानसभा वार हर घर में जाकर सम्पर्क किया जाएगा।
मेरठ में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। भाजपा के मिशन लोकसभा के तहत शनिवार को मेरठ के 11 विधानसभा क्षेत्रों में कमल संदेश पद यात्रा हो रही है। शहर विधानसभा क्षेत्र में मंगल पांडे की प्रतिभा के पास बुढ़ाना गेट से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के साथ राज्यमंत्री सूर्य प्रकाश पाल और पदयात्रा संयोजक कमल दत्त शर्मा मौजूद थे।
भाजपा ने अभियान के लिए ‘पहले हम गांव-गांव चले-अब पांव-पांव चलेंगे’ का नारा दिया है। इसके तहत भाजपा के नेता घर-घर जाकर लोगों से सीधा संपर्क करेंगे। पदयात्रा का मकसद पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करना और ग्रामीण क्षेत्रों में खासतौर पर पार्टी के कार्यक्रमों को पहुंचाना है। पदयात्रा के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 150 कार्यकर्ता चिह्नित किए गए हैं। उनकी छह-छह टोलियां बनाई गई हैं। हर टोली में 25-25 कार्यकर्ता हैं। ये कार्यकर्ता हर गांव के हर बूथ पर जाएंगे। वे केंद्र और प्रदेश की सरकारों की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क कर भाजपा की नीति-रीति और सिद्धांतों का प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष करेंगे पदयात्रा का शुभारम्भ
पार्टी के इस अभियान में प्रदेश सरकार के मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं। इस पदयात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ता केंद्र और प्रदेश सरकार की जनहित की योजनाओं के बारे में जनता से चर्चा करेंगे। इसके साथ नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए भाजपा को पहले से भी ज्यादा बड़ी जीत दिलाने की अपील करेंगे। पार्टी ने इसके साथ ही दलित समुदाय और उससे जुड़ी उपजातियों पर खासा ध्यान देते हुए विशेष सम्मेलन की योजना बनाई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय शनिवार को ही बांदा सदर विधानसभा सीट के ग्राम बिलगांव से पदयात्रा का शुभारम्भ करेंगे। लखनऊ में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ‘गोपाल’ व जयपाल सिंह लखनऊ पूर्व जबकि प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला के साथ कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ मध्य में अलग-अलग क्षेत्रें में पदयात्रा में शामिल होंगे।