लखनऊ। बुलंदशहर में हिंसा व लखनऊ में भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात कड़ी नाराजगी जताई। बुलंदशहर की घटना को एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा बताते हुए मामले की पूरी गंभीरता से जांच कर गोकशी में संलिप्त सभी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दिए। गोकशी से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की भी हिदायत दी।
योगी ने कहा कि अवैध स्लॉटर हाउस संचालित होने पर जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान (DM and SP) की सामूहिक जिम्मेदारी होगी और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। माना जा रहा है कि बुलंदशहर के स्याना में हुए कांड में एसआइटी की जांच रिपोर्ट आने पर मुख्यमंत्री कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।
योगी ने इसके अलावा लखनऊ में भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी हत्याकांड में अब तक की गई कार्रवाई का भी ब्योरा पूछा। प्रत्यूष मणि के परिवार को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता दिये जाने के साथ ही आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्दश दिए। मुख्यमंत्री ने बुलंदशहर में हुई हिंसा के दौरान मारे गए सुमित के परिवार को भी 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की।
पुलिस और प्रशासिनक अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने संगीन घटनाओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए उनमें की गई कार्रवाई के बारे में सिलसिलेवार जानकारी ली। उन्होंने बरेली और गाजियाबाद में हुई हत्या की घटनाओं के बारे में भी जानकारी ली।
योगी ने कहा कि 19 मार्च 2017 से प्रदेश में अवैध स्लॉटर हाउस का संचालन बंद कर दिया गया है। बुलंदशहर की घटना के परिपेक्ष्य में उन्होंने कहा कि सभी डीएम-एसपी देखें कि ऐसे अवैध कार्य न हों। यदि स्लॉटर हाउस अवैध तरीके से चलते पाए गए तो उनकी सामूहिक जिम्मेदारी होगी। मुख्य सचिव व डीजीपी सुनिश्चित करें इस आदेश का जिला स्तर पर कड़ाई से अनुपालन हो। महौल खराब करने वाले अराजकतत्वों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाये।