दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) की वार्षिक रिपोर्ट में यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि किराया बढ़ाने के बाद मेट्रो ट्रेन में सालभर में 8,18,21,000 यात्री कम हो गए।
नई दिल्ली। यात्रीकिराये में भारीभरकम बढ़ोतरी मेट्रो ट्रेन के तमाम यात्रयों की जेब पर भारी पड़ी। उन्होंने दिल्ली की इस शान की सवारी में सफर करने से तौबा कर ली। नतीजतन मेट्रो में यात्रियों की संख्या पहले के मुकबले कम हो गई,यह बात दूसरी है कि कमाई के मामले में दिल्ली मेट्रो मालामाल हो गई।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) कीवार्षिक रिपोर्ट बताती है कि किराया बढ़ाने के बाद सालभर में मेट्रो में 8,18,21,000 यात्री कम हो गए। इसकेबावजूद उसका राजस्व 38.93 फीसदबढ़ गया। इससे उसके घाटे में काफी हद तक कमी आयी।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2017-18 में दिल्ली मेट्रो को 6,211.05 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसमें यात्री किराये के अलावा रियल ई-स्टेट, कंसल्टेंसी व बाहरी परियोजनाओं से प्राप्त कमाई शामिल है। इस राजस्व में डीएमआरसी का कुल 4,375.34 करोड़ खर्च काटने के बाद मेट्रो 1835.71 करोड़ रुपये फायदे में रही। यह अलग बात है कि विभिन्न परियोजनाओं के लिए जापान की एजेंसी से लिए गए ऋण व अन्य सभी तरह की देनदारियां चुकाने के बाद उसे कुल 93.14 करोड़ रुपये का घाटा हुआ पिछले वित्त वर्ष में मेट्रो को 248 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था जिसकी भरपाई करने के लिए किराये में 100 प्रतिशत तक की भारी-भरकम वृद्धि की गई थी।