ट्राई की ओर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि नए नियम के कारण टेलीविजन प्रसारण सेवा में कोई बाधा नहीं आएगी।
नई दिल्ली। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफइंडिया (ट्राई) के नए नियम के लागू होने में अब मात्र दो दिन बचे हैं। उसने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं जिसके बाद ब्रॉडकास्ट सेक्टर को अपने ग्राहक को चैनल चुनने और उसी के मुताबिक भुगतान करने का विकल्प देना होगा। ट्राई के इस आदेश के बाद खबरें आ रहीं थीं कि पहले से सब्सक्राइब्ड चैनलों की सेवा भी बाधित हो सकती है। अब ट्राई ने इसका खंडन किया है और पूरे मामले में सफाई दी है।
ट्राई कीओर से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि नए नियम की वजह से टीवी की प्रसारण सेवा में कोई बाधा नहीं आएगी। सात ही ट्राई ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान देने की अपील भी की है।
हालांकि,इसका असर सर्विस लेने वाले की जेब पर पड़ेगा। यह सब आपके केबल ऑपरेटर्स और डीटीएच सर्विस प्रोवाइडरपर निर्भर करेगा। डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर भी नई कीमतों के आधार पर अपने पैकेज बनानेमें लगे हैं अपने चैनल्स औप बेबसाइट के माध्यम से लोगों को नए पैक्स की जानकारी देरहे हैं।
आम उपभोक्ता के मन में सबसे पहला सवाल यह है कि 29 दिसंबर के बाद क्या होगा? क्या उसने जो पैक ले रखा है वही जारी रहेगा या कोई नए पैक्स डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर्स उपलब्ध करवाएंगे? इनकी कीमतों को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। लेकिन, ट्राई के स्पष्टीकरण के बाद थोड़ी राहत जरूर मिली होगी। यह तो साफ है कि अब तक आप जो फ्री टू एयर चैनल्स मुफ्त में देख रहे थे अब वो मुफ्त में नहीं मिलेंगे और उसके लिए आपको 130 रुपए चुकाने होंगे जिस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगने वाला है।
अगर ब्रॉडकास्टर्स द्वारा घोषित किए गए आ ला कार्टे और बैक्वेट चैनल्स की कीमतों पर नजर डालें तो लगता है कि जहां तक अपनी पसंद के चैनल चुनने की बात है तो इसमें कुछ चैनल्स के पैकेज सस्ते हैं, वहीं कुछ चैनल्स आ ला कार्टे के माध्यम से चुनना फायदेमंद होगा। हालांकि, डीटूएच सर्विस प्रोवाइडर्स ने इसे लेकर अब तक कोई जानकारी अपने ग्राहकों को उपलब्ध नहीं करवाई है कि उन्हें कैसे अपने पैक अपडेट करवाने होंगे।
ट्राई का नया नियम कहता है कि अब आप वहीचैनल्स देखेंगे जो आप चाहते हैं और उन्हीं का पैसा चुकाना होगा। इस आधार परब्रॉडकास्टर्स ने अपनी वेबसाइट्स पर बैंक्वेट और आ ला कार्टे के आधार पर चैनल्स कीकीमतें दी हैं। बैंक्वेट्स में उन चैनल्स का शामिल किया गया है जो यूजर द्वारा सबसे ज्यादा देखे जाते हैं।