लखनऊ से व्यापारी मोहित जायसवाल को अगवा कराने के बाद अतीक ने उसे देवरिया जिला जेल में न सिर्फ पीटा बल्कि जबरिया प्रॉपर्टी के कागजों पर हस्ताक्षर भी कराए।
लखनऊ। देवरिया जेल प्रकरण में डिप्टी जेलर समेत चार जेलकर्मियों पर गाज गिरी है। माफिया से सांसद बने विचाराधीन कैदी अतीक अहमद को जेल में सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही अन्य मामलों में ढील देने के आरोप में चारों को निलंबित कर दिया गया है। अतीक अहमद को 24 घंटे के अंदर बरेली सेंट्रल जेल शिफ्ट करने का आदेश भी दिया गया है।
लखनऊ से व्यापारी मोहित जायसवाल को अगवा कराने के बाद अतीक ने उसे देवरिया जिला जेल में न सिर्फ पीटा बल्कि जबरिया प्रॉपर्टी के कागजों पर हस्ताक्षर भी कराए। यह मामला चर्चा में आने के बाद सरकारी मशीनरी सक्रिय हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस मामले को संज्ञान में लेने के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए देवरिया जेल के डिप्टी जेलर देवकांत यादव को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही अन्य जेल कर्मियों को शिथिलता बरतने के मामले में निलंबित किया गया है। इनमें हेड वार्डन मुन्ना पांडे तथा वार्डन राकेश शर्मा और रामआसरे शामिल हैं। जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय व जेलर मुकेश कटियार के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
जांच रिपोर्ट शासन को भेजी
जिलाधिकारी अमित किशोर ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एडीएम (प्रशासन) राकेश कुमार पटेल की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। टीम ने सोमवार की सुबह से लेकर दोपहर बाद तीन बजे तक जेल के भीतर विभिन्न पहलुओं की जांच की। टीम की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी ने शासन को भेज दी है। डीएम ने बताया कि अतीक को जल्द