इन सभी की दो-दो जन्मतिथि की बात सामने आई है। सबसे बड़ा झटका बरेली हॉस्टल को लगा है जिसके दोनों फुटबॉलर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। 

बरेली। उत्तर प्रदेश फुटबाल संघ ने जन्म तिथि में हेराफेरी करने पर प्रदेश के छह फुटबॉल खिलाड़ियों को तीन-तीन वर्ष के लिए निलंबित कर दिया है। इनमें से दो खिलाड़ी बरेली हॉस्टल के हैं। खेल निदेशालय ने भी इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस कार्रवाई से सबसे बड़ा झटका बरेली हॉस्टल को लगा है जिसके दोनों फुटबॉलर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। 

पिछले दिनों उड़ीसा के कटक में आयोजित अंडर-19 बीसी राय फुटबाल प्रतियोगिता में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए खिलाड़ियों ने जन्मतिथि के प्रमाण पत्र लगाए थे। इन छह खिलाड़ियों के सर्टिफिकेट पिछले प्रमाण पत्र से मेल नहीं खाए। यानी इन सभी की दो-दो जन्म तिथि होने की बात सामने आई। इस पर ऑल इंडिया फुटबाल फेडरेशन ने जांच के आदेश किए। जांच में बरेली हॉस्टल के दो खिलाड़ी मनीष यादव और आरिज महमूद, अयोध्या हॉस्टल के अमित कुमार बागी और मनीष मौर्या तथा वाराणसी हॉस्टल के विकास राय और सहारनपुर के प्रिंस सैनी को दोषी पाया गया। इस पर उत्तर प्रदेश फुटबाल संघ ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इन सभी को तीन-तीन वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। अब ये खिलाड़ी संघ से सम्बद्ध किसी भी प्रतियोगिता में नहीं खेल पाएंगे। इस कार्रवाई से संबंधित पत्र जिला फुटबाल संघों को भेज दिए गए। जिला संघ पूरे मामले को दबाने में जुटे रहे लेकिन खेल निदेशालय की जांच शुरू होने पर मामला खुल गया।  खेल निदेशक आरपी सिंह ने बताया कि चारों जगह जांच के आदेश दे दिए गए हैं। साक्ष्य के आधार पर कठोर कार्रवाई होगी। हलांकि खिलाड़ियों को अपना जवाब देने के लिए एक मौका दिया गया है। उनसे मार्कशीट और पुराने कागजात मांगे गए हैं। अधिकारी दोषी पाए गए तो उन पर भी कार्रवाई होगी।  

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