विशाल गुप्ता, बरेली
अगर आप व्यापारी हैं और कैशलेस बिजनेस करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। कभी एटीएम कार्ड और कभी इंश्योरेन्स पॉलिसी के नाम पर ठगी करने वालों ने अब ठगी का नया तरीका खोजा है। वह है पेटीएम एकाउण्ट में पैसे ट्रांसफर करने का बहाना और उनके निशाने पर हैं शहर के बड़े और छोटे व्यापारी।
आपके पास एक फोन आयेगा। अगर आपका बिजनेस गूगल पर है या आपकी दुकान या कारोबार की लोकशन गूगल मैप पर है तो फोनकर्ता के पास आपकी पूरी जानकारी होगी। मसलन् आप क्या बेचते हैं। आपका कारोबार कहां है और किस समय से किस समय तक आपक व्यापार करते हैं।
और बड़ा सा ऑर्डर पाकर आप खुश हो जाएंगे
वह आपको फोन करेगा और आपको एक बड़ा सा आर्डर देगा। ऑर्डर पाकर आपका खुश होना स्वाभाविक है। बस, यहीं से वह आपको इमोशनली ठगेगा। कहेगा-मैं बाहर हूं, आपके ही शहर में अमुक स्थान पर रहता हूं। आप अपना पेटीएम नम्बर दीजिए मैं पैसे ट्रांसफर कर देता हूं। माल की डिलीवरी मेरा बेटा या लड़का आकर ले जाएगा।
आप उसे पेटीएम नम्बर दे देंगे। इसके बाद वह आपसे आपके फोन पर आया हुआ ओटीपी (वनटाइम पासवर्ड) मांगेगा। यदि आप कहेंगे कि पेटीएम फण्ड ट्रांसफर पर ओटीपी नहीं आता तो वह कहेगा बड़ा अमाउण्ट है इसलिए सही जगह ट्रांसफर हो, इसीलिए पेटीएम ओटीपी मांगता है। इस झांसे में आकर यदि आपने ओटीपी दे दिया तो आपका अकाउण्ट खाली हुआ समझो। यदि आपने ओटीपी देने से इनकार किया तो वह थाने और पुलिस की धमकी भी देगा।
… और बच गये न्यूट्रीवर्ल्ड के चेयरमैन
ठीक ऐसा ही वाकया फूड सप्लीमेण्ट का कारोबार करने बाली नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनी ‘‘न्यूट्रीवर्ल्ड’’ के चेयरमैन पंकज गंगवार के साथ हुआ। फोन करने वाले ने ठीक इसी प्रकार पंकज से बात की। आर्डर बुक किया और ओटीपी मांगा। मगर पंकज गंगवार खुद ऑनलाइन बिजनेस के महारथी हैं। उन्होंने बड़ी शालीनता से ओटीपी देने से मना कर दिया। कहा- आप बरेली के हैं, अपने बेटे को भेज दीजिए मैं सामान बिना पैसे लिये दे देता हूं। जब आप बरेली लौटें तो पेमेण्ट कर दीजिएगा। लेकिन मैं ओटीपी नहीं दूंगा। क्योंकि मैं जानता हूं कि पेटीएम के लिए ओपीपी की जरूरत नहीं पड़ती।