आरोप है कि अतीक अहमद के गुर्गों ने रियल एस्टेट कारोबारी का अपहरण कर लिया, कारोबारी को देवरिया जेल में बंद अतीक के पास ले गए जहां उसकी पिटाई करके प्रॉपर्टी के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए गए और गाड़ी भी छीन ली गई।

नई दिल्ली। देवरिया जेल में बंद रहने के दौरान पूर्व सांसद अतीक अहमद पर लखनऊ के एक रियल स्टेट कारोबारी द्वारा धमकी और अपहरण के आरोपों पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से दो हफ्तों के अंदर जवाब मांगा है। आरोप है कि अतीक अहमद के गुर्गों ने रियल एस्टेट कारोबारी का अपहरण कर लिया, कारोबारी को देवरिया जेल में बंद अतीक के पास ले गए जहां उसकी पिटाई करके प्रॉपर्टी के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए गए और गाड़ी भी छीन ली गई। पीड़ित कारोबारी की शिकायत पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई के निर्देश दिए। गौरतलब है कि अतीक अहमद के खिलाफ 22 जघन्य मामले लंबित हैं। 

पीड़ित कारोबारी ने आगे बताया, ‘मुझे कुछ कंपनियों के चेक, रिक्त पत्र और त्यागपत्र पर हस्ताक्षर करने को कहा गया। जेल में रस्सी से बांधकर पीटा भी गया। मैं मदद के लिए चिल्लाया लेकिन कोई भी मेरी मदद करने नहीं आया। मैंने एफआईआर दर्ज करवाई है।’

बरेली जिला जेल अधीक्षक ने भी मांगी सुरक्षा

इस शिकायत के बाद माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद को देवरिया जेल से बरेली शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जेल अधीक्षक ने जिलाधिकारी बरेली वीरेंद्र कुमार सिंह को पत्र लिखा था कि जिला जेल जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर है। यहां से पुलिस थाना बिथरी करीब पांच किलोमीटर दूर है। जेल के बाहर ग्रामीण अंचल और खुला स्थान है, जिस कारण यहां अपराधियों के आसानी से पहुंचने की स्थिति बनी रहती है। कारागार परिसर में रहने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों में सुरक्षा की भावना सुनिश्चित किए बिना बंदी पर अनुशासन बनाए रखना संभव नहीं है।

जिला जेल, बरेली के अधीक्षक द्वारा किए गए निवेदन का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी ने जेल अधीक्षक की सुरक्षा के लिए एक गनर नियुक्त कर दिया है। जेल परिसर में पीएसी के 30 जवान भी तैनात कर दिए गए हैं ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति को काबू किया जा सके.।

ये है पूरा मामला

आरोप है कि अतीक अहमद के गुर्गों ने एक लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी का अपहरण कर लिया। अपहर्ता कारोबारी को गोमतीनगर से देवरिया जेल में बंद अतीक अहमद के पास ले गए  जहां उसकी पिटाई करके प्रॉपर्टी के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए गए और गाड़ी भी छीन ली गई। पीड़ित कारोबारी की शिकायत पर एसएसपी ने कार्रवाई के निर्देश दिए। लखनऊ की आलमबाग थाना पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर गाड़ी बरामद कर ली है।

अतीक अहमद धमकी मामला: सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार से दो हफ्तों में मांगा जवाब

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