कश्मीर में स्थिति और सुधारने की जरूरत है। शांति के लिए हम वहां केवल माध्यम हैं। तालिबान मामले की तुलना जम्मू-कश्मीर से नहीं की जा सकती।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में सीमा पार करीब 300 आतंकी घुसपैठ के लिए मौके का इंतजार कर रहे हैं। थल सेनाध्क्ष जनरल बिपिन रावत ने राजधानी में आयोजित वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।

जनरल रावत ने पाकिस्तान को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि आतंकवाद और वार्ता दोनों एक साथ नहीं हो सकती, इसलिए बंदूकों को छोड़ दो और हिंसा बंद करो। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमारी शर्तों पर ही बातचीत होगी। बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। यह जम्मू-कश्मीर पर भी लागू होता है। जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थिति और सुधारने की जरूरत है। शांति के लिए हम वहां केवल माध्यम हैं।

जनरल रावत ने कहा कि तालिबान मामले की तुलना जम्मू-कश्मीर से नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, ‘अगर कई देश तालिबान से बात कर रहे हैं और भारत की अफगानिस्तान में रुचि है तो हमें भी इसमें शामिल होना चाहिए।’

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