केजरीवाल ने पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दी थी जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा और दूसरे नंबर पर रहे।
लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल आगामी लोकसभा चुनाव में खुद मैदान में नहीं उतरेंगे। लेकिन, उनकी पार्टी वाराणसी सीट पर किसी मजबूत प्रत्याशी को जरूर खड़ा करेगी। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने यहां रविवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि केजरीवाल ने पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दी थी जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
संजय सिंह ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केजरावील दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और अपने राज्य पर विशेष ध्यान देना चाहते हैं। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी वाराणसी में केजरीवाल के बजाय किसी अन्य मजबूत प्रत्याशी को खड़ा करेगी।
आप प्रवक्ता संजय सिंह ने बताया कि उनकी पार्टी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ की सभी लोकसभा सीटों पर जबकि उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश को लेकर सारी चीजों को फरवरी तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। आप वाराणसी के अलावा पूर्वांचल और पश्चिमांचल की कुछ ऐसी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जहां उसका संगठन मजबूत है।
शिक्षा और बेरोजगारी होंगे मुख्य मुद्दे
अगले लोकसभा चुनाव में आप के मुद्दे क्या होंगे? इस सवाल के जवाब के बारे में संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में उनकी पार्टी की सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, बिजली-पानी की प्राथमिकताओं पर काम कर रही है। अगर हम राष्ट्रीय राजनीति में जाएंगे तो सभी के लिए शिक्षा, कमजोर तबकों को निःशुल्क शिक्षा, बेरोजगारी खत्म करने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू कराने के मुद्दे लेकर जनता के बीच जाएंगे।
केजरीवाल द्वारा पिछले दिनों आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट ना दिये जाने सम्बन्धी बयान के बारे में पूछे जाने पर आप प्रवक्त ने कहा कि उनकी (केजरीवाल की) बात को आधे-अधूरे तरीके से पेश किया गया। केजरीवाल ने दिल्ली की सभा में कहा था कि भाजपा को हराना है तो कांग्रेस को वोट देकर उसे बर्बाद ना करें। उनका मतलब दिल्ली प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में था, जहां आप सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।