देश में सबसे अधिक समय तक राज करने वाली कांग्रेस एंड कंपनी को सबक सिखाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा का गठबंधन होने के बाद से भाजपा नेताओं की नींद उड़ी हुई है।
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को अपने 63वें जन्मदिन पर भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए वह कांग्रेस पर कुछ ज्यादा ही हमलावर रहीं। कहा- देश में सबसे अधिक समय तक राज करने वाली कांग्रेस एंड कंपनी को सबक सिखाने की जरूरत है।
मायावती ने कहा कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस और भाजपा के
राज में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। किसान, गरीब, दलित व अन्य
पिछड़े वर्ग का सही से विकास नहीं हुआ जिससे दुखी होकर ही हमें इनके हितों के
लिए पार्टी बनानी पड़ी थी। आज किसान, दलित और पिछड़ा
वर्ग के लोग सबसे ज्यादा दुखी हैं। अब आम जनता कांग्रेस के बाद भाजपा को भी सत्ता
से हटाने का मन बना चुकी है। उत्तर प्रदेश में
सपा
और बसपा का गठबंधन होने के बाद से भाजपा नेताओं की नींद उड़ी हुई है।
किसानों की कर्जमाफी के लिए राष्ट्रनीति बनाने की जरूरत
मायावती ने कहा कि कांग्रेस के खराब शासन की बानगी एक महीने में ही सामने आने लगी। मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ व राजस्थान में जनता काफी परेशान है। कांग्रेस की तीन राज्यों में बनी सरकार पर सवाल खड़े होने लगे हैं। चाहे बात किसान के कर्ज माफी की हो या फिर दलितों को फायदा देने की सरकार पर सवाल पूछे जाने लगे हैं। भाजपा को भी समझ लेना चाहिए कि झूठे वादे और जुमलेबाजी से किसान व दलित विरोधी सरकार की दाल ज्यादा दिन तक गलने वाली नहीं है। बसपा सुप्रीमो ने कर्ज माफी के मुद्दे पर कांग्रेस को नसीहत दी। कहा- किसानों की कर्जमाफी के लिए एक राष्ट्रनीति बनाने की जरूरत। थोड़ा सा कर्जा माफ करने से किसानों को कोई राहत नहीं मिलेगी। उनके पूरे कर्ज को माफ किया जाना चाहिए। ऐसा करके ही हम किसानों की मदद कर पाएंगे। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार के नोटबंदी के फैसले से पिछड़ों, दलितों और मुसलमानों की स्थिति बहुत खराब हुई है। नोटबंदी का फैसला छोटे उद्योगों के लिए भी हानिकारक रहा है। भाजपा सरकार सिर्फ बड़े उद्योगपतियों के लिए ही काम कर रही है।
मुसलमानों को भी मिले आर्थिक आधार पर आरक्षण
सामान्य वर्ग के गरीबों को दस प्रतिशत आरक्षण पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मुसलमानों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ सीबीआई जांच को गलत बताया। मायावती ने कहा कि बसपा तो आर्थिक रूप से गरीबों के लिए आरक्षण का स्वागत करती है पर इसका लाभ लाभ तभी मिलेगा जब पार्टियां संकीर्ण मानसिकता छोड़ेंगी।