सीरीज के दूसरे वनडे में कंगारुओं ने पहले खेलते हुए 298 रन बनाए। जबाव में टीम इंडिया ने चार गेंद शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया।

नई दिल्ली  मकर संक्रांति पर माही का जादू चला और भारत ने मेजबान अस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर तीन मैचों की वनडे सीरीज में वापसी कर ली। एमएस धोनी ने न केवल 54 गेंदों पर 55 रन की पारी खेली, बल्कि विजयी शॉट भी लगाया। कप्तान विराट कोहली ने भी 112 गेंदों पर 104 रन की बेहतरीन पारी खेली। इसके साथ ही भारत ने एडिलेड में अपना शानदार रिकॉर्ड बरकरार रखा है। दोनों देशों के बीच एडिलेड में खेले गए 15 वनडे मुकाबलों में भारत की यह नौवीं जीत है। तीसरा वनडे शुक्रवार (18 जनवरी) को खेला जाएगा। 

भारत को तीन मैचों की सीरीज में बने रहने के लिए दूसरा वनडे मैच जीतना जरूरी था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए। उसकी ओर से शॉन मार्श ने 131 रन की पारी खेली लेकिन उनकी यह शानदार पारी विराट कोहली के शतक के साये में दब गई। यह विराट का शतक ही था जिसने भारत को जीत के करीब और धौनी ने अंजाम तक पहुंचाया। विराट को उनकी कप्तानी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। यह उनका 39वां वनडे शतक है।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को जीत के लिए 299 रन का लक्ष्य दिया था। इस मैच से पहले एडिलेड ओवल के इतिहास में सिर्फ एक बार ही 299 या इससे बड़ा लक्ष्य हासिल किया जा सका था। यह रिकॉर्ड लक्ष्य 1999 में श्रीलंका ने इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था। तब उसने 302 रन के लक्ष्य के जवाब में 9 विकेट पर 303 रन बनाकर मैच जीता था।

आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए छह गेंदों में सात रन की जरूरत थी। ओवर की पहली ही गेंद पर धोनी ने छक्का लगाकर न सिर्फ अपना अर्धशतक पूरा किया बल्कि भारत की जीत भी तय कर दी। अगली ही गेंद पर धोनी ने एक रन लिया और भारत को एडिलेड में छह विकेट से जीत दिला दी। माही ने पिछले मैच में भी अर्धशतक लगाया था, इसके बावजूद उनकी धीमी पारी को लेकर उनकी आलोचना हो रही थी। इस आलोटना का जवाब धोनी ने दूसरे वनडे में दिया। वे न केवल अंत तक टिके रहे बल्कि विजयी शॉट भी लगाया।

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