प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि गौतम खेतान भारत से बाहर जिन खातों में रकम भेजता था, उसमें से कई उसकी सेल कंपनियों के खाते भी थे।
नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद से जुड़े एक मामले के सह-आरोपी व पेशेवर वकील गौतम खेतान को धन शोधन (Money laundering) के आरोपों में दो दिन की हिरासत में भेज दिया है। शनिवार को उसे विशेष अदालत में पेश किया गया। एक सप्ताह पहले आयकर विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) स्थित खेतान के कार्यालयों और अन्य संपत्तियों पर छापे मारे थे।
पता चला है कि वित्तीय ईडी ने यूपीए के कार्यकाल के दौरान अगस्तावेस्टलैंड के अलावा अन्य रक्षा सौदों में कथित तौर पर दलाली पाने के मामले में खेतान के खिलाफ सबूत इकट्ठा कर लिए हैं।
ईडी ने कहा कि पूरी कार्यप्रणाली को वकील (गौतम खेतान) ‘नियंत्रित’ कर रहा था और रुपयों को इधर से उधर भेजने के लिए वही जिम्मेदार था। वह अपने कनेक्शन और ग्राहकों का दुरुपयोग करता था जिनमें से कई कनेक्शन उसे अपने पिता से विरासत में प्राप्त हुए थे। खेतान रकम को Money laundering के जरिये भारत, दुबई, सिंगापुर, मॉरीशस, ट्यूनीशिया, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन के कई खातों में इधर से उधर करता था।
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि खेतान भारत से बाहर जिन खातों में रकम भेजता था, उनमें से कई उसकी सेल कंपनियों के खाते भी थे। सूत्र ने बताया कि ईडी ने खेतान के एक जाम्बिया कनेक्शन का भी पता लगाया है जिसे पूर्व राष्ट्रपति रुपिया बांडा के तीन बेटों में से एक हेनरी बांडा के करीबी के रूप में जाना जाता है। इस व्यक्ति पर 2008 से 2011 के दौरान अधिकार के दुरुपयोग का आरोप है। सूत्र ने बताया कि दिनगनी बांडा ने आईडीएस ट्यूनीशिया से 2,50,000 यूरो प्राप्त किए थे। इसी कंपनी ने अगस्तावेस्टलैंड घोटाले में Money laundering का काम किया था।
ED के साथ ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 3,600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद मामले में खेतान का नाम अपने अलग-अलग आरोप-पत्र में शामिल किया है। खेतान को अगस्तावेस्टलैंड सौदे में कथित संलिप्ता को लेकर पहले साल 2014 के सितंबर में भी गिरफ्तार किया गया था। उसे जनवरी 2015 में जमानत मिली थी। CBI ने उसे इसी मामले के अन्य आरोपी संजीव त्यागी के साथ नौ दिसंबर 2016 को दोबारा गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई। सीबीआई के आरोप-पत्र में अगस्तावेस्टलैंड सौदे के पीछे खेतान का दिमाग बताया गया है।