कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेसी नेता अब अपनी सीमा लांघ रहे हैं। साथ ही कहा- कांग्रेस को इन नेताओं पर कंट्रोल करना चाहिए। अगर वे इस तरह से ही ऐसी बातें जारी रखते हैं तो मैं मुख्यमंत्री पद से पीछे हटने को तैयार हूं।
नई दिल्ली। कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। कुमारस्वामी को कभी भाजपा का रुख डराता है तो कभी कांग्रेस के नेताओं के लेकर डर सताने लगता है। सोमवार को मामला फिर गर्मा गया। पत्रकारों के एक सवाल पर कुमारस्वामी उखड़ गए। दरअसल, मीडिया ने सवाल किया था कि क्या कांग्रेस विधायक सिद्धरमैया को अपना मुख्यमंत्री मानते हैं? कुमारस्वामी ने भड़कते हुए जवाब दिया- कांग्रेसी नेता अब अपनी सीमा लांघ रहे हैं। कांग्रेस को इन नेताओं पर नियंत्रण करना चाहिए। अगर वे इस तरह से ही ऐसी बातें जारी रखते हैं तो मैं मुख्यमंत्री पद से पीछे हटने को तैयार हूं। कांग्रेस को इन मुद्दों पर नजर रखनी चाहिए, मैं इनके लिए जिम्मेदार व्यक्ति नहीं हूं।
एचडी कुमारस्वामी के इन आरोपों के तुरंत बाद कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी.परमेश्वरा भी सक्रिय हो गए। कुमारस्वामी के जले पर नमक छिड़कते हुए कहा- सिद्धरमैया सबसे अच्छे मुख्यमंत्री रहे हैं। वह हमारे नेता हैं। कांग्रेस विधायकों के लिए सिद्धरमैया ही मुख्यमंत्री हैं। हम उनके साथ खुश हैं।
गौरतलब है कि बीती 25 जनवरी को ही मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया था कि जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिराने के लिए भाजपा अपना ऑपरेशन लोटस जारी रखे हुए है और उसने ‘उपहार’ के माध्यम से कांग्रेस विधायक को अपने पाले में लाने का प्रयास किया है। कथित रूप से की गई इस पेशकश के पीछे भाजपा और उसके प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा के होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि विधायक ने उन्हें बताया है कि उन्होंने उपहार ठुकरा दिया। दूसरी ओर भाजपा ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। येदियुरप्पा ने पलटवार किया था कि कुमारस्वामी ने एक भाजपा विधायक को लालच देने की कोशिश की।
सरकार स्थिर, मिलकर लड़ेंगे लोकसभा चुनावः सिद्धरमैया
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन मजबूत है और दोनों साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन समन्वय समिति के नेता ने मंत्रियों को विभाग के बंटवारे के मुद्दे पर उनके और उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर के बीच किसी प्रकार के मतभेद से भी इनकार किया था। यह पूछे जाने पर कि जद(एस) के नेताओं का विचार है कि पार्टी को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए, सिद्धरमैया ने कहा कि दोनों पार्टियों ने उपचुनाव साथ लड़ा था और यह गठबंधन 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रहेगा।