साउथम्पटन। गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन के बूते टीम इंडिया ने शनिवार
को विश्व कप के 28वें मैच में अफगानिस्तान को 11 रन से हारकर अपनी जीत की लय को बरकरार रखा। इसी के साथ भारत ने विश्व कप
मुकाबलों में जीन का अर्द्धशतक पूरा कर लिया। इस रोचक मुकाबले में टॉस जीतकर पहले
बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 224 रन बनाए, जवाब में अफगानिस्तान की टीम 213 रन पर ही सिमट गई और मैच हार गई। भारत की तरफ से मोहम्म्द शमी ने हैट्रिक के साथ
चार विकेट उडाए। जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल और हार्दिक पांड्या के खाते में दो-दो विकेट रहे। अफगानिस्तान की तरफ से मोहम्मद नबी ने सबसे
ज्यादा 52 रन की शानदार
अर्धशतकीय पारी खेली।
इस विशव कप में अफगानिस्तान की यह लगातार छठी हार है। वहीं, टीम इंडिया ने
इस मैच में जीत दर्ज कर नौ अंकों के साथ अंकतालिक में तीसरे पायदान पर पहुच गई है।
इस मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए जसप्रीत बुमराह को मैन ऑफ द मैच चुना गया। लेकिन, रसूखदार प्रतिद्वंद्वी के सामने
जबर्दस्त जुझारूपन दिखाने वाली अफगान टीम ने हारकर भी अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया।
अफगानिस्तान ने पहले बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए विराट सेना के बेहद मजबूत बल्लेबाजों का कड़ा इम्तिहान लिया। हालत यह हो गई कि दो बार की वनडे विश्व कर चैंपियन टीम इंडिया 224 रन ही बना सकी। यह इस विश्व कप में भारत का सबसे कम स्कोर है। शानदार गेदबाजी के बाद अफगान लड़कों ने बल्लेबाजी में भी दमदार प्रदर्शन किया। अफगान टीम इस विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर करने की ओर बढ रही थी कि मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने उनको एकाएक तगड़े झटके देने शुरू कर दिए। आखिरकार एक गेंद बाकी रहते भारत ने अफगानिस्तान को 213 रन पर रोक दिया।
पहले गेंदबाजी में 33 रन देकर दो विकेट लेने वाले मोहम्मद नबी ने 55 गेंद में 52 रन बनाए। अफगानिस्तान को आखिरी दो ओवर में 21 रन चाहिए थे और नबी क्रीज पर थे। बुमराह ने 49वें ओवर में सिर्फ पांच रन दिये। इसके बाद शमी के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर नबी ने चौका जड़ दिया। अगली गेंद पर कोई रन नहीं लिया और तीसरी गेंद पर हार्दिक पंड्या को कैच दे बैठे। आफताब आलम (0) और मुजीब उर रहमान (0) को आउट करके शमी ने अपनी हैट्रिक पूरी की।
किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि खिताब की प्रबल दावेदार और पहले तीनों मैच आसानी से जीतने वाली भारतीय टीम को अफगानिस्तान से ऐसी चुनौती मिलेगी। भारत के लिए कप्तान विराट कोहली ने 63 गेंद में 67 रन बनाए। उनके अलावा कोई भारतीय बल्लेबाज अफगान गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका.
महेंद्र सिंह धोनी (52 गेंद में 28 रन) और केदार जाधव (68 गेंद में 52 रन) रनगति नहीं बढा सके। दोनों ने बीच के 14 ओवरों में सिर्फ 57 रन बनाए। धोनी स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहे और बल्लेबाजों के बीच अच्छा तालमेल भी नहीं दिखा। एक बार तो इसकी वजह से जाधव रन आउट होने से बाल-बाल बचे। धोनी को रशीद ने आउट किया जो आगे बढकर खेलने के प्रयास में स्टम्पिंग का शिकार हो गए।
हार्दिक पंड्या ने आते ही आक्रामक तेवर दिखाने शुरू किये लेकिन टिक नहीं सके . उन्हें तेज गेंदबाज आफताब आलम ने पवेलियन भेजा। कप्तान गुलबदन नाईब ने 52 रन देकर दो विकेट लिये।. उन्होंने आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर जाधव को आउट किया।
शानदार फार्म में चल रहे रोहित शर्मा को मुजीब ने दूसरा पर फंसाया। केएल राहुल 30 रन बनाने के बावजूद सहज नहीं लगे। उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब के उनके साथी खिलाड़ी मुजीब ने आउट किया। बेवजह रिवर्स स्वीप खेलने के प्रयास में वह शार्ट थर्डमैन पर हजरतुल्लाह जजाई को कैच दे बैठे।
कोहली अकेले ऐसे भारतीय बल्लेबाज थे जो सहज दिखे। उन्होंने रशीद को उम्दा कवर ड्राइव लगाया। विजय शंकर ने 41 गेंद में 29 रन बनाये और कोहली के साथ 58 रन जोड़े। उन्हें रहमत शाह ने पगबाधा आउट किया। कोहली एक और शतक की ओर बढ रहे थे लेकिन नबी को कट लगाने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे।
अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी ने नौ ओवर में 33 रन देकर दो विकेट लिये।. मुजीब उर रहमान ने 10 ओवर में 26 रन देकर एक और रशीद खान ने 10 ओवर में 38 रन देकर एक विकेट लिया। पिच से मिल रही उछाल और टर्न का पूरा फायदा उठाते हुए अफगान गेंदबाजों ने भारत के सितारा बल्लेबाजों को बांधे रखा. उन्होंने 152 डाट गेंदें डालीं।
इस विश्व कप में इस मैच से पहले भारत ने तीन मैचों में 14 विकेट गंवाये थे और स्पिनर के सामने कोई बल्लेबाज आउट नहीं हुआ था लेकिन यहां अफगानिसातिन के स्पिनरों ने उनका गुरूर तोड़ दिया।
मोहम्मद शमी विश्व कप में हैट्रिक लगाने वाले दुनिया के आठवें और भारत के दूसरे। उनसे पहले चेतन शर्मा (1987), सकलेन मुश्ताक (1999), चमिंडा वास (2003), ब्रेट ली (2003), लसिथ मलिंगा (2007), केमार रोच (2011), लसिथ मलिंगा (2011) , स्टीव फिन (2015) और जेपी डुमिनी (2015)यह कमाल कर चुके हैं।