प्रयागराज। सनातन धर्म की ध्वजा उठाने के लिए अभी पांच हजार और नागा साधु संन्यास की दीक्षा लेंगे। अखाड़ों ने नागा साधुओं को सनातन धर्म की दीक्षा देने की तैयारी शुरू कर दी है। फरवरी में मौनी अमावस्या के स्नान के ठीक पहले ही एक अखाड़े में तो दूसरी अखाड़े में मौनी अमावस्या के स्नान के अगले दिन दीक्षा दी जाएगी।

कुंभ मेले में आवाहन अखाड़े की ओर से नागा संन्यासी की दीक्षा एक फरवरी को दी जाएगी। अखाड़े में दो हजार से अधिक नागा साधुओं को दीक्षा दी जाएगी। अखाड़े के महामंत्री महंत सत्यगिरि ने बताया कि सारे नागाओं की सूची तैयार कर ली गई है। दीक्षा देने के साथ ही सभी को संतों की सूची में शामिल कर लिया जाएगा और मौन आमावस्या पर सभी नागा साधु बन जाएंगे। निर्वाणी और अटल अखाड़े में पांच फरवरी को संतों की दीक्षा होगी। अमावस्या के अगले दिन दीक्षा दी जाएगी। अब तक अधिकृत संख्या तो नहीं बताई गई है लेकिन यहां पर दो हजार नागा साधुओं को दीक्षा देनी है। अखाड़े के श्रीमहंत जमुनापुरी का कहना है कि आखिरी सूची एक फरवरी को जारी की जाएगी। इसके साथ जूना अखाड़े के संन्यासिन अखाड़े में भी संत दीक्षा होनी है।

इन अखाड़ों में हो चुकी है दीक्षा

अब तक निरंजनी, आनंद और जूना अखाड़े में संत दीक्षा हो चुकी है। तीनों अखाड़ों में तीन हजार लोगों को संत दीक्षा दी जा चुकी है।

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