भमोरा (बरेली)। बिजली विभाग की काररस्तानी का खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। गांव में बिजली आये या न आये लेकिन बिजली का बिल जरूर आता है। वह भी सौ-दो सौ नहीं, 11 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक। इतना बिल देखकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने बिजली उपकेन्द्र पर शिकायत की है।

ग्राम देवचरा स्थित पंचायत घर पर बिल जमा करने के लिए शनिवार को कैम्प का आयोजन किया गया। इसमें लोग बिल जा कराने कम, बल्कि शिकायतें लेकर ज्यादा पहुंचे। अधिकांश लोगों की शिकायत थी कि बिजली मीटर खराब लगाये गये हैं। ये सही रीडिंग नहीं दे रहे हैं। बिजली खर्च से कई गुना अधिक बिल आ रहे हैं। देवचरा स्थित संतोषी माता के मन्दिर के पुजारी बाबा सूजूदास महाराज ने बताया कि मन्दिर का दो माह का बिल 11 हजार रू0 भेज दिया गया है।

वहीं गांव के ही सुनील गुप्ता ने बताया कि कनैक्शन मेरी मां मुन्नी देवी के नाम है। पिछले महीने 52 हजार रुपये का बिल दिया गया था, अब इस माह बिल 99,516 रुपये हो गया है। इसी तरह प्रेमशंकर का पिछला बिल 18 हजार 600 रुपये है। वहीं पशुपालन विभाग से सेवानिवृत्त बनवारी लाल ने विभाग को दिये प्रार्थना पत्र में बताया कि मेरा घरेलू विजली के कनेक्शन का बिल 57 हजार 94 रुपये आया है। जबकि मैं विभाग द्वारा दिये गये एलईडी बल्ब उपयोग करता हूॅ।

मीटर बदलें या कनेक्शन काट दें

देवचरा पूर्व प्रधान सुरेश चन्द्र गुप्ता ने बताया कि लोग बहुत परेशान हैं। मीटर खराब लगे हैं। बोले- दिन में 5 से 8 घण्टे तक ही सप्लाई मिलती है। ऐसे में हजारों से लेकर एक लाख तक का बिल आना विभागीय लापरवाही है। उन्होंने कहा कि या तो मीटर बदलें या फिर हमारा कनेक्शन काट दें।

इन लोगों का कहना था कि बार-बार विभाग के कर्मचारियों से शिकायत करके थक चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। लोगों में नाराजगी है कि उपकेन्द्र पर न तो एसडीओ मिलते हैं और न ही अन्य जिम्मेदार अधिकारी, जो बिल सही कर सके। इस सम्बन्ध में एसडीओ से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।

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