मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी की पूछताछ का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा ने सक्रिय राजनीति में आने का संकेत क्या दिया, उनको उनके गृहनगर मुरादाबाद से चुनाव लड़ाने की मांग उठने लगी।
मुरादाबाद। क्या प्रियंका गांधी वाड्रा के बाद गांधी-वाड्रा परिवार का एक और सदस्य सक्रिय राजनीति में उतर रहा है? कांग्रेसियों के लिए लाख टके के सवाल की हैसियत रखने वाले इस प्रश्न के जवाब में संकेत सकारात्मक ही लग रहे हैं। मुरादाबाद में जगह-जगह चस्पा प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा को वहां से लोकसभा चुनाव लड़ने का आमंत्रण देते पोस्टर इसके संकेत दे रहे हैं। इसे महज संयोग नहीं माना जा सकता कि रॉबर्ट वाड्रा ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट लिखकर लोगों की सेवा करने की इच्छा जाहिर की थी।
वाड्रा ने दिया संकेत और लग गए होर्डिंग-पोस्टर
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कुछ दिन पहले ही विधिवत रूप से राजनीति में एंट्री ली है और उन्हें सीधे कांग्रेस महासचिव की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब बारी उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की है। फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा ने सक्रिय राजनीति में आने का संकेत क्या दिया, उनको उनके गृहनगर मुरादाबाद से चुनाव लड़ाने की मांग उठने लगी। मुरादाबाद में कांग्रेस नेताओं ने जगह-जगह होर्डिंग और पोस्टर लगाकर ऱॉबर्ट वाड्रा को वहां से चुनाव लड़ाने की मांग की है। मुरादाबाद युवक कांग्रेस की ओर से लगाए गए पोस्टर पर लिखा है- रॉबर्ट वाड्रा जी मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए आपका स्वागत है। इन होर्डिंग-पोस्टर पर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी तस्वीरें लगी हुई हैं।
उप्र में काफी कुछ करना बाकी है
दरअसल रॉबर्ट वाड्रा के राजनीति में उतरने की चर्चा को उस समय हवा मिली जब उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि एक बार जैसे ही उन पर लगे सभी आरोप गलत साबित हो जाएंगे, वह बड़े स्तर पर लोगों के लिए काम करना चाहेंगे। अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश से अपने खास लगाव का जिक्र करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने लिखा कि देश के विभिन्न हिस्सों में महीनों और सालों तक लोगों के बीच काम करने के बाद ऐसा लगता है कि आम जनता के लिए बड़े स्तर पर कुछ करने की जरूरत है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश में काम करने के बाद ऐसा लगा कि यहां काफी कुछ करना बाकी है। यहां उनकी छोटी-से प्रयासों से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। बीते कुछ सालों में प्राप्त अनुभव को यूं ही बेकार होने देना सही नहीं है।
रविवार को लिखी गई फेसबुक पोस्ट में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कई वर्ष के अपने अनुभव और सीख का बेहतर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में जाने की जरूरत नहीं है लेकिन अगर राजनीति में जाने से कोई बड़ा बदलाव ला सकते हैं तो इसमें कोई हर्ज नहीं। इस पोस्ट में वाड्रा ने अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने या न करने का फैसला लोगों पर छोड़ा था।
कानूनी मसलों पर भी पक्ष रखने का प्रयास
फेसबुक पोस्ट में वाड्रा ने उन पर चल रहे कानूनी मसलों पर भी अपना पक्ष रखने की कोशिश की है। वाड्रा ने लिखा है कि उन्होंने खुद को कभी कानून से ऊपर नहीं समझा और दिल्ली व राजस्थान में प्रवर्तन निदेशालय के सामने जाने से लेकर कई घंटों की पूछताछ के दौरान हर नियम का हमेशा पालन किया। साथ ही कहा है- एक बार मुझ पर लगे इन सभी आरोपों के खत्म हो जाने के बाद मुझे लोगों की सेवा करने में एक बड़ी भूमिका निभानी चाहिए।