नई दिल्ली। अंतरिक्ष यान ‘जूनो’ अपनी उड़ान को सफलतापूर्वक व्यवस्थित करते हुए बृहस्पति के और करीब पहुंच गया है| कुछ महीने बाद सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह से इसके मिलन का इंतजार खत्म हो जाएगा।
नासा ने कहा कि धरती से 2011 में भेजा गया अंतरिक्ष यान ‘जूनो’ इस जुलाई में बृहस्पति पर पहुंच जाएगा और वहां जाकर यह एक अंडाकार एवं ध्रुवीय कक्षा से विशालकाय ग्रह का अध्ययन करेगा।
अमेरिका के ‘सन एंटोनियो स्थित साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट’ में ‘जूनो’ के प्रधान अन्वेषक स्कॉट बोल्टन ने कहा, ‘यह दो प्रक्षेपण व्यवस्थापनों में से पहला है जो चार जुलाई को बृहस्पति से हमारे मिलन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सूर्य के इर्द गिर्द ‘‘जूनो’ की कक्षा का तालमेल बैठाता है। ‘जूनो’ अंतरिक्ष यान के रस्टरों ने जलने के दौरान करीब 0.6 किलोग्राम ईधन की खपत की और इसने यान की गति को 0.31 मीटर प्रति सेकेंड कर दिया।
उड़ान व्यवस्थापन के समय ‘जूनो’ बृहस्पति से 8.2 करोड़ किलोमीटर और धरती से 68.4 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर था. नासा ने बताया कि अगला प्रक्षेपण सुधार व्यवस्थापन कदम इस साल 31 मई को किया जाना निर्धारित है। ‘जूनो’ पांच अगस्त, 2011 को प्रक्षेपित किया गया था।