नई दिल्ली। इजराइल की तरह ही भारत भी अब अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले हिंदूओं और सिखों को भारतीय नागरिकता देगा। मालूम हो कि इजराइल ने फैसला किया है कि दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाला यहूदी जब चाहे वह इजराइल का नागरिक बन सकता है। मालूम हुआ है कि मोदी सरकार ने पिछले एक साल में अब तक चार हजार हिंदुओं व सिखों को भारतीय नागरिकता दी है।
ये हिन्दू और सिख उक्त देशों में प्रताडित किए जाने के बाद भारत में आए गए थे। वे यहां की नगारिकता चाह रहे थे। यहां बता दें कि कुछ समय पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से दिल्ली और देश के दूसरे भागों में स्थित धार्मिक स्थलों को देखने आए पाकिस्तान के एक हिन्दू जत्थे के नेता चंदर कोहली ने कहा था कि हमारे लिए भारत बेहद पवित्र भूमि है। अगर हमें इधर बसने का अवसर मिला तो हम इधर आना चाहेंगे।
1000 से ज्यादा विदेशियों को यूपीए सरकार में नागरिकता-
यूपीए सरकार ने अपनी दूसरी पारी में एक हजार से कुछ अधिक हिन्दुओं और सिखों को भारत की नागरिकता दी थी। उक्त सरकार के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने हाल में बताया था कि भारत सरकार की इस संबंध में अलिखित नीति है कि वह उन हिन्दुओं और सिखों को भारत की नागरिकता देने के लिए तैयार रहती है, जिन्हें किसी अन्य देश में प्रताड़ित किया जाता है। सरकार ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से ताल्लुक रखने वाले इसके साथ ही करीब साढ़े दस हजार हिन्दुओं और सिखों को दीर्घकालिक वीजा दिया है। ये सब दीर्घकालिक वीजा पांच साल के लिए दिया जाता है।