नयी दिल्ली। छात्रों में वैज्ञानिक मिजाज पैदा करने के लिए सरकार ने आज देशभर में ‘मॉडल विज्ञान प्रयोगशालाओं’ की स्थापना प्रस्तावित की जिसकी शुरआत पूर्वोत्तर क्षेत्र से होगी । प्रयोगशालाओं का उद्देश्य 6 से 18 साल तक की उम्र के विद्यार्थियों के मन में गणित और विज्ञान के लिए उत्कंठा पैदा करना और जिज्ञासा की भावना को पोषित करना तथा रचनात्मकता पैदा करना होगा ।
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां राष्ट्रीय अविष्कार अभियान कार्यक्रम के लॉंच के दौरान वीडियो कान्फ्रेंसिंग से छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पहल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा शुरू की जाएगी ।
उन्होंने कहा, ‘‘स्कूली बच्चों के लिए एक मॉडल प्रयोगशाला स्थापित कर हम पूर्वोत्तर से शुरआत करेंगे । डीएसटी के सहयोग से हम एक बार पूर्वोत्तर के हर जिले में मॉडल विज्ञान प्रयोगशालाएं स्थापित कर लें, फिर हम इससे परे जा सकते हैं और पूरे देशभर में स्थापना कर सकते हैं ।’’ कार्यक्रम का संचालन सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जैसे कार्यक्रमों और उच्च शिक्षा योजनाओं के जरिए किया जाएगा ।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री राम शंकर कठेरिया, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास एवं अंतरिक्ष विभाग राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हषर्वर्धन की मौजूदगी में कार्यक्रम लॉंच किया । मिशन में गूगल और इंटेल जैसे दिग्गजों की पहल की सराहना करते हुए ईरानी ने कहा कि कार्यक्रम का दूसरा चरण अगले साल जनवरी में लॉंच किया जाएगा जिसमें उच्च शिक्षा क्षेत्र लक्षित होगा ।
उन्होंने जनवरी में एक राष्ट्रीय नवोन्मेष प्रतियोगिता और नवोन्मेष पेटेंट भी प्रस्तावित किया तथा कहा कि 10 सर्वश्रेष्ठ नवोन्मेषों का उन्नयन किया जाएगा ।