नई दिल्ली, 27 जुलाई। हिंदू धर्म में सावन का महीना विशेष पवित्र माना जाता है। इसे धर्म-कर्म का माह भी कहा जाता है। सावन महीने का धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है। बारह महीनों में से विशेष सावन महीने के दौरान व्रत, दान व पूजा-पाठ करना अति उत्तम माना जाता है व इससे कई गुणा फल भी प्राप्त होता है। इस बार का सावन अपने आप में अनूठा होगा। इस बार 144 साल बाद सावन महीने में सौभाग्य योग बनेगा। श्रद्धालुओं में इसे लेकर खासा उत्साह है।
शिव आराधना के लिए विशेष फलदायी पवित्र सावन माह 1 अगस्त से शुरू होगा। इस बार यह महीना 29 दिन का रहेगा। पूरे माह श्रद्धालु शिव आराधना में लीन रहेंगे। इस बार सावन की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग के शुभ संयोग में हो रही है, इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है।
इस बार 31 जुलाई की सुबह 9:54 से 1 अगस्त की सुबह 7:42 तक श्रवण नक्षत्र रहेगा। 31 जुलाई की दोपहर 2:37 से 1 अगस्त की सुबह 11:02 मिनट तक आयुष्मान योग रहेगा। 1 अगस्त को ही दोपहर 1:09 से 2 अगस्त की सुबह 5:19 तक द्विपुष्कर योग रहेगा, जिसे सौभाग्य योग भी कहते हैं। वहीं, 27 जुलाई को हरिशयनी एकादशी और 31 जुलाई को गुरु पूर्णिमा भी है। जबकि 21 नवम्बर को देवोत्थानी एकादशी के बाद शादी-विवाह जैसे शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।
सावन के महीने में इस बार 4 सोमवार पड़ रहे हैं- 3 अगस्त, 10 अगस्त, 17 अगस्त और 24 अगस्त के साथ ही दो प्रदोष 11 अगस्त और 27 अगस्त होगा। इन दिनों में शिव मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
भाषा