नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के पास स्थित उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस की अफवाह के बाद की गई हत्या से बिगड़े हालातों पर बयान देते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह ने पूरे घटनाक्रम को उत्तर प्रदेश सरकार की छवि और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश करार दिया।
दादरी प्रकरण में एक पार्टी विशेष के तीन लोगों ने साजिश रची। ये वही साजिशकर्ता हैं, जिनका मुजफ्फरनगर दंगों में भी कहीं ना कहीं परोक्ष-अपरोक्ष हाथ था। दादरी घटना जानबूझकर रची गई सुनियोजित साजिश है। दोषियों के खिलाफ हम कड़ी कार्रवाई करेंगे, चाहे वह कितना ही ओहदेदार या प्रभावाशाली क्यों ना हो और चाहे इसके लिए सपा को प्रदेश में अपनी सरकार ही क्यों ना कुर्बान करनी पड़े।’
हालांकि तीनों नामों का खुलासा करने के बारे में पूछे जाने पर सपा मुखिया ने कहा कि इस बारे में हम समीक्षा कर रहे हैं और जांच के बाद तीनों नामों का खुलासा कर दिया जाएगा। साथ ही साथ ये भी कहा कि समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को निर्देश देंगे कि जिस तरह हमने किसी की परवाह किये बिना सांप्रदायिक शक्तियों को कुचला, उसी तर्ज पर इन शक्तियों को कुचलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले मुजफ्फरनगर में ऐसी ही साजिश रची गई थी। ये एक संप्रदाय विशेष के लोगों को डराने की साजिश है, लेकिन समाजवादी पार्टी ऐसी कोशिशों को कामयाब नहीं होने देगी। उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही। इस मामले में घटना के बाद से ही नेताओं के विवादास्पद बयानों का दौर जारी है।
आठ दिन पहले करीब 200 लोगों की भीड़ ने अखलाक को घर से बाहर निकालकर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। सरताज का छोटा भाई 22 साल का दानिश हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका इलाज नोएडा के एक अस्पताल में चल रहा है जहां वह आईसीयू से बाहर आ गया है और वह परिवार से बातचीत कर पा रहा है। इस बीच बिसहड़ा में आने वाले कई भगवा नेताओं को अधिकारियों ने गांव में जाने से रोक दिया है। राजपूत बहुल इस गांव में आने वाले रास्ते पर अवरोधक लगाये गये हैं और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं। इस घटना के कारण देशभर में आक्रोश है।