शरद ऋतु में रेलवे ट्रैक के अनुरक्षण पर हुई गोष्ठी
बरेली। पूर्वोत्तर रेेलवे के इज्जतनगर मंडल के इंजीनियरिंग विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को ’शरद रेल संरक्षा विषय पर समीक्षा बैठक तथा ऋतु में रेल पथ अनुरक्षण एवं सावधानियाँ’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक चन्द्रमोहन जिंदल ने की।
डीआरएम श्री जिंदल ने संगोष्ठी में कहा कि रेल पथ का उच्चस्तरीय अनुरक्षण संरक्षा की रीढ़ है। पिछले एक वर्ष में इज्जतनगर मंडल पर रेलपथ अनुरक्षण से संबंधित कोई भी त्रुटि संज्ञान में नहीं आई। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस संगोष्ठी से रेलपथ से संबंधित समस्याओं का निराकरण करने में सहायता मिलेगी।
वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) अजय वाष्र्णेय ने ’प्रिवेंशन आॅफ रेल फ्रेक्चर’ विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि रेलों पर 50 प्रतिशत से अधिक दुर्घटनाएं रेल अथवा वेल्ड फ्रेक्चर्स के कारण होती हैं। इंजीनियरिंग विभाग ने रेल फ्रेक्चर्स के मामलों को न्यून करने के लिए हर संभव प्रयास किया है।
शीत ऋतु में रेलवे टैªक के सिकुड़ने के कारण रेल फ्रेक्चर की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में आवश्यक है कि तापमान की नियमित निगरानी करते हुए पैट्रोलिंग की आवृत्ति बढ़ाई जाए ताकि रेल फ्रेक्चर तत्काल संज्ञान में आ जाए। साथ ही रेल संरक्षा पर कोई विपरीत असर न होने पाए। कहा कि घने कोहरे के समय समपारों पर पहँुच पथ तथा अन्य पैरामीटर अच्छी स्थित में होना चाहिए। रेलपथ से संबंधित कार्य में गुणवत्ता पर कोई समझौता न किया जाए तथा कार्यस्थल की नियमित निगरानी एवं गहन निरीक्षण किया जाए।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल इंजीनियर प्रथम श्री अरुण कुमार, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर द्वितीय गौरव गुप्ता, मंडल इंजीनियर (मुख्यालय)ए.के. सिंह सहित मंडल सभी सहायक मंडल इंजीनियर्स, सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ व कार्य) उपस्थित थे।