नयी दिल्ली। विदेशों में सोने में तेजी के बावजूद मौजूदा स्तर पर फुटकर और आभूषण विक्रेताओं की सुस्त लिवाली के कारण गत सप्ताहांत दिल्ली सर्राफा बाजार में सीमित दायरे में उतार चढ़ाव के बाद सोने की कीमत 110 रुपये की गिरावट के साथ 26,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। हालांकि दिवाली त्योहार से पहले सिक्का निर्माताओं की मांग में आई तेजी के कारण चांदी की कीमतों में सुधार आया।
सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि मौजूदा स्तर पर आभूषण विक्रेताओं की मांग में गिरावट और रुपये के मजबूत होने से आयात सस्ता हो गया जिससे बहुमूल्य धातुओं की कीमतें प्रभावित हुइर्ं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की पहल में देर के अनुमानों के कारण विदेशी बाजारों में सोने में मजबूती आने से हानि कुछ सीमित हो गई। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क के बाजार में सोने का भाव तेजी दर्शाता 1,156.40 डॉलर प्रति औंस और चांदी तेजी के साथ 15,82 डॉलर प्रति औंस हो गई।
राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत लिवाली समर्थन के अभाव में 26,600 और 26,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर शुरू हुई। इसके बाद आभूषण विक्रेताओं की लिवाली से संक्षिप्त समय के लिए 26,850 रुपये और 26,700 रुपये तक सुधरने के बाद अंत में यह 110-110 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 26,700 रुपये और 26,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए। गिन्नी के भाव भी 200 रुपये की गिरावट के साथ 22,200 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुए।
चांदी तैयार के भाव 35,950 रुपये प्रति किग्रा पर मजबूत खुला और विदेशों में मजबूती के रख के अनुरूप 37,250 रपये प्रति किग्रा हो गया। हालांकि जरूरी लिवाली समर्थन के अभाव में इसमें गिरावट आई और सप्ताहांत में यह 925 रपये की गिरावट प्रदर्शित करता 36,725 रपये प्रति किग्रा पर बंद हुआ। दूसरी ओर सटोरियों की भारी लिवाली से चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 2,255 रुपये की भारी तेजी के साथ 36,830 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुए। चांदी सिक्कों के भाव भी 1,000 रुपये की तेजी के साथ लिवाल 51,000 रुपये और बिकवाल 52,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बंद हुए।
एजेन्सी