बदायूं, 3 नवम्बर। जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में दोबारा मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जाहिर करते हुए धरना-प्रदर्शन करने वाले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर तथा उनके 257 समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक (देहात) मुन्ना लाल ने आज यहां बताया कि बिल्सी सीट से बसपा के पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर की पत्नी प्रीति जिला पंचायत के वार्ड संख्या 28 से सदस्य पद के लिये चुनाव मैदान थीं, जहां उनका मुकाबला सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) समर्थित प्रत्याशी नेहा सिंह से था।
उन्होंने बताया कि प्रीति को कल देर रात 61 मतों से विजयी घोषित कर दिया गया, जिसका विरोध करते हुए सपा समर्थित प्रत्याशी के समर्थक सपा युवजन सभा के जिलाध्यक्ष सर्वेश यादव ने दोबारा मतगणना कराने के लिये निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा था और उनकी अर्जी स्वीकार ली गई थी।
लाल ने बताया कि इसकी जानकारी मिलने पर पूर्व बसपा विधायक योगेन्द्र सागर ने पुनर्मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जाहिर करते हुए अपने समर्थकों के साथ मंडी समिति भवन के बाहर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि उन्होंने मतगणना स्थल में घुसने की कोशिश की। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तब उनपर पथराव किया गया, जिसकी वजह से एक पुलिसकर्मी घायल हो गया तथा सरकारी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी। मौके पर पीएसी को बुलाना पड़ा, तब स्थिति काबू में आ सकी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में सागर समेत आठ नामजद तथा 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, तोड़फोड़ तथा बलवा करने के आरोप में देर रात मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की गयी है।