मोहाली, 6 नवम्बर। ऑफ स्पिनर आर. अश्विन के 5 विकेट की मदद से भारत ने आज दक्षिण अफ्रीका पर पहली पारी में बढ़त लेने के बाद दूसरी पारी में कमोबेश बेहतर आगाज करके पहले क्रिकेट टेस्ट में दूसरे दिन अपना पलड़ा मजबूत कर लिया।
आईएस बिंद्रा स्टेडियम की धीमी पिच पर दूसरे दिन भी विकेटों का पतन जारी रहा। भारत के पहली पारी के 201 रन के जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम आज अश्विन की शानदार गेंदबाजी के सामने 184 रन पर आउट हो गई जिससे मेजबान को 17 रन की बढ़त मिली। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 63 रन की बदौलत दो विकेट पर 125 रन बना लिये थे यानी अब उसकी कुल बढ़त 142 रन की है।
भारत ने आक्रामक शुरूआत की और मुरली विजय ने पहले ही ओवर में वेर्नोन फिलैंडर को दो चौके जड़े लेकिन भारत ने चाय ब्रेक से पहले शिखर धवन का विकेट गंवा दिया। तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलैंडर की गेंद पर उन्होंने दूसरी स्लिप में डिविलियर्स को कैच थमाया। इसी मैदान पर 2013 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 187 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले धवन दोनों पारियों में खाता नहीं खोल सके।
दक्षिण अफ्रीका को दूसरी सफलता स्पिनर इमरान ताहिर ने दिलाई जब उन्होंने विजय को पवेलियन भेजा। पहली पारी में 75 रन बनाने वाले विजय अर्धशतक से तीन रन पीछे रह गए और ताहिर की गुगली पर चकमा खा गए जबकि शार्टलेग पर टी बुवामा ने उनका शानदार कैच लपका।
इससे पहले एबी डिविलियर्स के 83 गेंद में 63 रन की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में बढत लेने की उम्मीदें जगाई थी लेकिन भारतीय स्पिनरों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 13वीं बार एक पारी के पांच या अधिक विकेट लिये। उनके 29 मैचों में अब 150 विकेट हो गए हैं। पहले दिन स्टियान वान जिल (5) को आउट करने के बाद उन्होंने आज डीन एल्गर (37), हाशिम अमला (43), डेन विलास (1) और इमरान ताहिर (4) के विकेट लिये। बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा ने तीन और अमित मिश्रा ने दो विकेट लिये।
दक्षिण अफ्रीका का स्कोर लंच तक पांच विकेट पर 127 रन था। जडेजा ने दूसरे सत्र के छठे ओवर में फिलैंडर (3) को पवेलियन भेजा जिनका कैच पहली स्लिप में अजिंक्य रहाणे ने लपका। इस सत्र में सातवें विकेट के लिये 34 रन की साझेदारी को मिश्रा ने तोड़ा जब उन्होंने सिमोन हार्मर (7) को पगबाधा आउट किया। एक गेंद बाद उनके पास फिर विकेट लेने का मौका था लेकिन डेल स्टेन का रिटर्न कैच नहीं लपक सके।
डिविलियर्स ने शुरूआत में संभलकर खेलने के बाद अपनी पारी में छह चौके लगाये। उन्होंने जडेजा को मिडविकेट में चौका लगाकर अपना 37वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। स्टेन को मिश्रा ने गुगली पर चकमा दिया और आगे बढकर खेलने के प्रयास में वह रिधिमान साहा की कुशल स्टम्पिंग का शिकार हो गए।
भारत को बड़ा विकेट 64वें ओवर में मिश्रा ने दिलाया जब डिविलियर्स को उन्होंने पवेलियन भेजा। इससे पहले डिविलियर्स को 25वें ओवर में जीवनदान मिला था जब जडेजा की गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विराट कोहली के हाथ में चली गई लेकिन रिप्ले से पता चला कि जडेजा ने वह नोबाल फेंकी थी।
दक्षिण अफ्रीका की खुशी ज्यादा देर टिक नहीं सकी। अमला 97 गेंद में 43 रन बनाकर अश्विन के अगले ओवर में आउट हो गए। तीन गेंद बाद अश्विन ने विलास को पवेलियन भेज दिया।
इससे पहले अपने कल के स्कोर दो विकेट पर 28 रन से आगे खेलते हुए अमला और एल्गर ने आई एस बिंद्रा स्टेडियम की धीमी पिच पर संयम से बल्लेबाजी की। दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 76 रन की साझेदारी की। एल्गर को साहा ने विकेट के पीछे जीवनदान दिया। वहीं मिश्रा की गेंद पर पगबाधा की उनकी जोरदार अपील भी अंपायर कुमार धर्मसेना ने खारिज कर दी।
आखिरकार एल्गर को अश्विन ने पवेलियन भेजा जो स्लाग स्वीप खेलने के प्रयास में बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच दे बैठे। एल्गर ने 123 गेंदों का सामना करके अपनी पारी में सिर्फ दो चौके लगाये। पहले सत्र के 29 ओवर में 99 रन बने।