कुरान और पर्यावरण’ पर बोले मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ असलम परवेज
नयी दिल्ली, 13 दिसंबर। पर्यावरण को बचाने को लेकर पेरिस में दुनिया भर के नेताओं द्वारा मंथन करने के बीच यहां राजधानी में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में एक शिक्षाविद् ने आज कहा कि इंसान वातावरण का मालिक नहीं संरक्षक है।
यहां केदारनाथ साहनी सभागार में ‘कुरान और पर्यावरण’ विषय पर आयोजित चौथी कुरान कॉन्फ्रेंस में मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ असलम परवेज ने कहा, ‘‘मनुष्य प्राकृतिक संसाधनों का मालिक नहीं, बल्कि उनका संरक्षक है और प्राकृतिक संसाधनों का अनावश्यक उपयोग इस्लाम में किसी भी तरह से मान्य नहीं है।’’ उन्होंने कहा ‘‘कुरान साफ तौर पर कहता है कि जो भी उपलब्ध संसाधन हैं वह केवल वर्तमान में इस्तेमाल करने के लिए नहीं है बल्कि उन्हें भविष्य के लिए संरक्षित करने की जिम्मेदारी भी उनका इस्तेमाल करने वालों पर ही है।’’ डॉ परवेज ने दिल्ली सरकार द्वारा वाहनों को सम और विषम नवंबर के आधार पर चलाने की योजना का हवाला देते हुए कहा कि कुरान वातावरण को भविष्य के लिए सुरक्षित करने की बात करता है और प्रदूषण नियंत्रण भी उसी का एक हिस्सा है।
अन्य वक्ता असलम अब्दुल्लाह ने वीडियो कॉन्फ्रंेसिंग के जरिए लॉस वेगास से मुखातिब होते हुए कहा कि यकीनन इंसान ने तरक्की की है मगर इस तरक्की से इंसान ही प्रभावित भी हो रहा है और सारी दुनिया में प्रदूषण फैल रहा है। इंसान खुद की करनी से खुद ही परेशान है। इसे काबू करने के लिए सारी दुनिया को एकजुट होना होगा।
देश के सामाजिक वातावरण में असहिष्णुता और सहिष्णु जैसे विवाद को इस्लामी शिक्षाविद् खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने राजनीतिक षड़यंत्र करार दिया है और कहा कि हमारे देश की वास्तविक सोच आपसी मेलजोल और भाईचारे की है, जिसे कुछ लोग बिगाड़ना चाहते हैं।