बरेली, 14 दिसम्बर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर सोमवार को कांग्रेसियों ने सद्भाव बढ़ाओ-अभाव मिटाओ का नारा बुलंद करते हुए शहर में पदयात्रा निकाली। मण्डल स्तरीय इस पदयात्रा में बमुश्किल दो सौ से तीन सौ कार्यकर्ता ही जुटाये जा सके। अलबत्ता प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. निर्मल खत्री, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन, अजय शुक्ला आदि समेत तमाम दिग्गज कांग्रेसियों ने जरूर पूरी कोशिश की। कांग्रेसियों ने पदयात्रा के माध्यम से समाज को सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया। इससे पूर्व सभा आयोजित कर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध जताया गया।
कांग्रेस की सदभावना यात्र का कई जगह स्वागत किया गया। दोपहर करीब डेढ़ बजे मंडल भर से शहर पहुंचे कांग्रेसी एम.बी. इंटर कॉलेज के मैदान पर एकत्र हुए। वहां प्रदेश अध्यक्ष डॉण् निर्मल खत्री की अध्यक्षता में कांग्रेसियों ने सभा की। डाॅ. खत्री ने कहा कि प्रदेश में सपा और भाजपा मिलकर सदभाव बिगाड़ रही है। लोगों को गुमराह कर आर्थिक, मानसिक और सामाजिक शोषण कर रही है। उन्होंने देश में एकता और अखंडता व रोजगार की जरूरत बताई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए सरकार को साल भर में ही फ्लाप बताया। राष्ट्रीय सचिव व विधायक संजय कपूर ने कहा कि आने वाला समय कांग्रेस का है। मंडल प्रभारी यूसुफ कुरैशी ने कहा कि सत्ता के लिए सौहार्द दांव पर नहीं लगाने दिया जा सकता।
पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ने कहा कि देश में डिजिटल इंडिया अभियान के नाम पर विदेशी कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। इस सरकार में अच्छे दिन सिर्फ पूंजीपतियों के आए हैं। कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई है।
पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन ने भाजपा के पीछे अदृश्य रूप से रहने वाली आरएसएस की विचारधारा है। कांग्रेस का असली मुकाबला इसी अदृश्य शक्ति से है। नेता विधान परिषद नसीब पठान, उपाध्यक्ष फूलवती सिंह, महासचिव अजय शुक्ला ने भी केन्द्र सरकार को विभिन्न मुद्दों पर आड़े हाथों लिया।
इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में सदभावना यात्र निकाली गई, जो कुहाड़ापीर, पटेल चैक होते हुए चैकी चैराहे पर गांधी प्रतिमा के समक्ष सम्पन्न हुई। खास बात यह रही कि इस पदयात्रा व सभा में कांग्रेस की महिला पदाधिकारियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इसमें पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरनए कमलेश सिंह, वसुंधरा सुरभि, किरन शिव, डा. नीतू मेहरोत्रब डा. चारू मेहरोत्रा, संगीता कौशल, शकुंतला जौहरी, गजाला परवीन, सुचित्रा सिंह, प्रीति शर्मा, सीमा मैसी, अनुराधा सक्सेना आदि मौजूद रहीं।
भले ही इस यात्रा में कांग्रेसियों की संख्या बेहद कम रही हो लेकिन इसने कांग्रेस के ठहरे हुए पानी में हलचल पैदा करने का काम किया। पदयात्रा के दौरान कांग्रेसियों में उत्साह दिखा। यूपीसीसी सचिव प्रेम प्रकाश अग्रवाल, बलजीत सिंह बिट्टू, चेतराम, ओमकार सिंह, धर्मेद्र देव गुप्ता, अली हसन नकवी, अजय सारस्वत, प्रदीप अरोड़ा, कौशल मिश्र, महेश पंडित, सतीश मेहता, साजिद अली, अखलाक अंसारी, तसलीम अहमद, घनश्याम कनौजिया, नवाब मुजाहिद, मंधीर मेहरोत्रा, जाहिद खां, संजय पीटर मौजूद रहे। सभा से पूर्व कांग्रेसियों ने संजय गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
प्रदेश सचिव अनुज गंगवार के नेतृत्व में शील चैराहा, राजेंद्र नगर से कांग्रेसी पहुंचे। सीबीगंज से मो. इरफान अंसारी, अख्तर रजा खां के साथ कई कांग्रेसी शामिल हुए। मीरगंज क्षेत्र से डा. मनोज शर्मा के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेसी पदयात्रा में शामिल होने पहुंचे।
पदयात्रा का जगह-जगह हुआ स्वागत
सदभावना पदयात्रा का शहर में कई जगह स्वागत किया गया। ुतुबखाना-नैनीताल रोड पर पीपीसी सदस्य अकील अहमद, इकबाल सिंह बाले, अभिषेक माहेश्वरी, अंजुम बिसारिया, ज्ञानेंद्र अग्रवाल और जुनैद हसन आदि ने स्वागत किया। इसके अलावा पटेल चैक के रास्ते में तमाम व्यापारियों ने कांग्रेस नेताओं को फूल मालाओं से स्वागत किया।
पटेल याद रहे लेकिन नेहरू को भूले ऐरन-जितिन
केन्द्र सरकार को कोसने वाले कांग्रेसी जब चैकी चैराहे पर पहुंचे तो गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण को लेकर सबसे पहले पहुंचने की होड़ जैसी स्थिति बन गयी। इस बीच चैराहे के बीचों बीच स्थित प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर किसी की नजर नहीं गयी। नेहरू प्रतिमा पर न तो प्रवीन सिंह ऐरन ने माला चढ़ायी और न ही जितिन प्रसाद या डा. निर्मल खत्री ने। यहां केवल अजय शुक्ला ने माल्यार्पण कर नेहरू की इज्जत बचाने की कोशिश की। अलबत्ता पटेल चैक पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर सभी ने माल्यार्पण किया।