लखनऊ 15 जनवरी 2016। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के कथन ‘श्री मुलायम सिंह यादव के गृह जिले इटावा में प्रतापगढ़ से ज्यादा अपराध होते हैं.’ ने स्वयं ही यह स्पष्ट कर दिया है कि सपा सरकार में अपराधियों पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा सकी है? सपा सरकार के मंत्रियों ने श्री मुलायम सिंह के जिले इटावा की आपराधिक गतिविधियों को अपने लिए नजीर मान लिया है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार के मंत्री यह समझ रहे हैं कि उन्हें अपने इलाके में उतने अपराध करने की छूट है जितना कि इटावा में हो रहा है। इसी से स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार के मंत्रियों को किस तरह अपराध करने की छूट मिली हुई है। प्रदेश सरकार में अपराध में लिप्त अपने किसी भी नेता पर कड़ी कार्रवाई नहीं की है। इसी से साबित हो जाता है कि नेताओं को अपराध करने की छूट मिली है। पंचायत चुनाव में इसकी बानगी दिख रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राजा भैया के आरोपों पर जवाब दें। यदि यह संभव न हो तो प्रतापगढ़ की भांति वे जिले जहां इटावा से कम अपराध हो रहे हैं वहां के सपा नेताओं और अधिकारियों को शाबासी दे. सपा सरकार बनने के बाद से ही इटावा समेत यूपी के हर जिले में आपराधिक घटनाएं बढ़ चुकी हैं, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े भी इसी तस्दीक कर रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि लखनऊ में आइएस अधिकारी के घर ही डकैती पर रही है लेकिन मुख्यमंत्री ने अबतक बिगड़ी कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार किसी भी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की है। शायद अभी लखनऊ समेत दूसरे जिलों मेें अपराध उतना नहीं हुआ है जितना इटावा में है, इसीलिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।