india-and-usवाशिंगटन, 23 जनवरी। अमेरिकी परामर्श समूह के एक विशेषज्ञ ने क्षेत्र में चीन की बढ़ती आग्रहिता को अमेरिका के लिए एक मौका बताते हुए कहा कि पाकिस्तान में चीन के सैन्य अड्डे के निर्माण का कदम भारत को अमेरिका के और करीब ला देगा।

चीन केंद्रित परामर्श समूह ‘वेंटेज प्वाइंट’ के मुख्य कार्यकारी निदेशक (सीईओ) क्रिस्टन गनेस ने कहा, ‘अभियान की क्षमता से लैस ज्यादा आग्रहिता वाला चीन क्षेत्र के देशों को इस इलाके में सुरक्षा माहौल के नए निर्माण के अमेरिकी प्रयासों का समर्थक बना सकता है।’

उन्होंने अमेरिका-चीन आर्थिक एवं सुरक्षा समीक्षा समिति के सामने कहा, ‘यह खासतौर पर उन देशों को अपनी तरफ लाने का मौका दे सकता है जो वर्तमान में अमेरिकी प्रयासों का पूरी तरह समर्थन करने को लेकर संशय में हैं। उदाहरण के तौर पर थाईलैंड, मलेशिया और भारत चीन के पाकिस्तान में अड्डे के निर्माण की स्थिति में संभावित तौर पर इस श्रेणी में आ जाएंगे।’

कैन कॉरपोरेशन के वरिष्ठ शोध वैज्ञानिक बिकफोर्ड ने कहा कि भारत क्षेत्र के उन देशों में से एक है जिसे चीन के बढ़ते दबदबे को लेकर बहुत सारी चिंताएं होंगी। उन्होंने कहा, ‘(भारत) हिन्द महासागर में चीनी पनडुब्बियों की गतिविधियों को लेकर बेहद चिंतित है और पाकिस्तान में चीनी नौसेना की गतिविधियां भारत-चीन संबंधों में समुद्री विवाद को भी जन्म दे सकती हैं जो कि अभी तक भू सीमा विवाद तक सीमित है।’

बिकफोर्ड ने कहा, ‘इसलिए भारत में बहुत सारी चिंताएं हैं जिनका हम जवाब ज्यादा रक्षा व्यय और संभवत: सैन्य लिहाज से अमेरिका के साथ और करीबी संबंध जैसे कई तरीकों से देना चाहेंगे।’

ajmera Leader BAMC

भाषा

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