मनामा, 23 जनवरी। सउदी अरब और ईरान के तनावों के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारत-अरब लीग सहयोग मंच की प्रथम मंत्री स्तरीय बैठक के लिए दो दिवसीय यात्रा शनिवार को बहरीन पहुंचीं। यात्रा का उद्देश्य इस 22 सदस्यीय संगठन के साथ देश के संबंधों को मजबूत करना है। वह अपने बहरीनी समकक्ष खालिद बिन अहमद अल खलीफा सहित अरब लीग के सदस्य देशों के कई विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी।
एयर शो में भी हिस्सा लेंगी सुषमा
विदेश मंत्री के तौर पर बहरीन की उनकी यह दूसरी यात्रा है। उन्होंने साल 2014 में एक द्विपक्षीय बैठक के लिए बहरीन की यात्रा की थी। वह यहां एक अंतरराष्ट्रीय एयर शो में भी शरीक होंगी जिसमें भारत का स्वदेश निर्मित हल्का लड़ाकू विमान तेजस भाग ले रहा है। यह पहला मौका है जब तेजस एक अंतरराष्ट्रीय विमान प्रदर्शनी में शामिल हो रहा। नई दिल्ली में नवंबर 2014 में दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों के अपनी प्रथम बैठक करने के सालभर से अधिक समय बाद मंत्रीस्तरीय बैठक होने जा रही है।
इन मुद्दों पर चर्चा की है उम्मीद
भारत और अरब लीग के द्विपक्षीय मुद्दों के समूचे परिदृश्य पर चर्चा करने की उम्मीद है जिसमें व्यापार और निवेश, उर्जा और संस्कृति सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं। आतंकवाद, सुरक्षा से लेकर सउदी अरब और ईरान के बीच तनाव जैसे कई मुद्दों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सउदी-ईरान तनाव क्षेत्रीय स्थिरता के संदर्भ में चर्चा के लिए आ सकता है जबकि ईरान अरब लीग का हिस्सा नहीं है। सउदी अरब ने प्रमुख शिया धर्मगुरु शेख निम्र अल निम्र सहित 46 अन्य को मौत की सजा दी जिसकी समूचे क्षेत्र के शियाओं ने निंदा की। विदेश मंत्री की यहां की यात्रा इसलिए भी मायने रखती है कि इस महीने पठानकोट वायुसेना ठिकाने पर हुए हमले के साथ-साथ दुनिया आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रही है। भारत और अरब लीग के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्र पर आतंकवाद रोधी सहयोग होने की उम्मीद है।